अब मंडी सभापति और उपसभापति पद के चुनाव को लेकर गहमागहमी
18 को होगा दोनों पदों का चुनाव, लॉबी व फिल्डिंग का दौर हुआ तेज
* सभापति पद पर यशोमति ठाकुर गुट व उपसभापति पद पर प्रीति बंड का दावा
* सभापति पद के लिए कालबांडे, चांगोले व मोरे के नामों की चर्चा
* उपसभापति पद के लिए नागमोते व अलसपुरे हैं रेस में
अमरावती/दि.16- हाल ही में अमरावती कृषि उत्पन्न बाजार समिति के 18 सदस्यीय संचालक मंडल का चयन करने हेतु चुनाव करवाए गए और इस चुनाव में महाविकास आघाडी समर्थित सहकार पैनल में एक तरफा जीत हासिल की थी. ऐसे में चुनावी नतीजा घोषित होते ही यह स्पष्ट हो गया था कि, अमरावती फसल मंडी के सभापति व उपसभापति पद पर सहकार पैनल की ओर से नवनिर्वाचित संचालकों को ही मौका मिलेगा. चूंकि आगामी 18 मई यानी परसों ही अमरावती फसल मंडी के नवनिर्वाचित संचालकों की पहली बैठक होने जा रही है. जिसमें सभापति व उपसभापति पद हेतु निर्वाचन प्रक्रिया की जाएगी. ऐसे में अब सबकी निगाहें इस बात की ओर लगी हुई है कि महाविकास आघाडी समर्थित सहकार पैनल के नेताओं व्दारा इन दोनों पदों के लिए किन दो संचालकों के नाम आगे बढाए जाते है.
बता दें कि अमरावती फसल मंडी के चुनाव में पूर्व पालकमंत्री व विधायक यशोमति ठाकुर, शिवसेना उबाठा की महिला नेत्री प्रीति संजय बंड, राष्ट्रवादी कांगेे्रस पार्टी के जिलाध्यक्ष सुनील वर्हाडे के नेतृत्व में सहकार पैनल को मैदान में उतारा गया था. जिसमें महाविकास आघाडी के घटक दलों सहित सहकार क्षेत्र के कई दिग्गज नेताओं का भी समोवश था और सहकार पैनल ने अमरावती फसल मंडी में लगभग एक तरफा जीत हासिल करते हुए बहुमत प्राप्त किया. जिसमें पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर गुट के सर्वाधिक संचालक निर्वाचित होकर आए और शिवसेना उबाठा की महिला नेत्री प्रीति संजय बंड गुट के संचालकों की संख्या दुसरे स्थान पर रही. ऐसे में यह स्पष्ट हो गया है कि, संख्या बल के आधार पर सभापति व उपसभापति पद का इन्हीं दो गुटों के बीच बटवारा होगा. इसके तहत यशोमति ठाकुर गुट के हिस्सें में सभापति पद व प्रीति बंड गुट के हिस्से में उपसभापति पद रहेगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस समय सभापति पद के लिए यशोमति ठाकुर गुट से वास्ता रखने वाले प्रकाश कालबांडे, किशोर चांगोले व हरीश मोरे के नाम चर्चा में चल रहे हैं. बता दें कि प्रकाश कालबांडे सहकार क्षेत्र में काफी जानामाना नाम हैं और वे इससे पहले भी मंडी संचालक निर्वाचित होने के साथ-साथ जिला बैंक के भी संचालक निर्वाचित है. वहीं तिवसा से वास्ता रखनेवाले किशोर चांगोले इससे पहले एक बार फसल मंडी के सभापति भी रह चुकेे है और उन्हें पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर का बेहद नजदीकी माना जाता है. इसके अलावा पहली बार मंडी संचालक निर्वाचित होने वाले हरीश मोरे की एक सर्वसाधारण कार्यकर्ता के तौर पर पहचान रही है. ऐसे में अब सभी की उत्सुकता इस बात को लेकर लगी हुई है कि, क्या पूर्व पालकमंत्री यशोमति ठाकुर व्दारा प्रकाश कालबांडे या किशोर चांगोले जैसे अनुभवी नेताओं पर दांव लगाया जाता है, या फिर नए चेहरे को मौका देने की रणनीतियों के तहत हरीश मोरे को सभापति पद पर मौका दिया जाता है.
वहींं दूसरी ओर उपसभापति पद के लिए प्रीति बंड गुट की ओर से पूर्व उपसभापति नाना नागमोते के साथ ही पहली बार फसल मंडी के संचालक निर्वाचित हुए प्रवीण अलसपुरे के नाम चर्चा में चल रहे है. जिसमें से नाना नागमोते इससे पहले लगातार 4 साल तक फसल मंडी के उपसभापति रह चुके हैं और उन्हें मंडी के कामकाज का अच्छाखासा अनुभव है. वहीं प्रवीण अलसपुरे पहली बार मंडी संचालक निर्वाचित हुए है. ऐसे में यहां भी अनुभव के सामने नए चेहरे को मौका देने वाली बात पर पूरा मामला टिका हुआ है. जिसे लेकर अच्छीखासी उत्सुकता देखी जा रही है.
ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी 18 मई को होने जा रही फसल मंडी के नवनिर्वाचित संचालकों की बैठक में यशोमति ठाकुर गुट की ओर से सभापति पद के लिए तथा प्रीति बंड गुट की ओर से उपसभापति पद के लिए अपने गुट के किस संचालक का नाम आगे बढाया जाता है. वहीं दूसरी ओर सभापति व उपसभापति पद के लिए इच्छुकों व्दारा अपने-अपने नेताओं के समक्ष अपनी दावेदारी के लिए जमकर लॉबिंग व फिल्डिंग की जा रही है.