अब दिवाली के बाद होंगे महानगरपालिका के चुनाव
अध्यादेश पहुंचा: मनपा प्रभाग रचना निरस्त, प्रशासक राज शुरू
अमरावती/दि.8 – राज्य सरकार ने मुंबई महानगर पालिका व महाराष्ट्र नगर परिषद, नगर पंचायत तथा औद्योगिक सुधारणा अधिनियम मे संशोधन किया है. जिसमें सभी स्थानीय निकाय चुनाव का प्रभाग आरक्षण तथा चुनाव प्रक्रिया के अधिकार राज्य सरकार के रहेंगे. इसी के साथ राज्य निर्वाचन आयोग द्बारा मनपा चुनाव के लिए तय की जा रही प्रभाग रचना भी निरस्त कर दी गई है. विधान मंडल में पारित विधेयक के अनुसार जारी अध्यादेश बुधवार को मनपा प्रशासन को मिला. इस बीच महानगर पालिका में सत्ता स्थापना के बाद पहली बार प्रशासन राज लागू हुआ है. बुधवार को मनपा आयुक्त डॉ. आष्टीकर ने बतौर प्रशासक के रूप में अपना कार्यभार स्वीकारा. अब चुनाव होने तक मनपा पर प्रशासक का ही राज रहेगा. मनपा के चुनाव अब आगामी 6 माह के लिए टल गये है. अनुमान है कि दिवाली के बाद महानगर पालिका के आम चुनाव होंगे. जिससे इच्छुक प्रत्याशियों व निवर्तमान पार्षदों की धडकने बढी है. अब सभी को सारी तैयारियां नये सिरे से करनी पडेगी.
निर्वाचन आयोग की जगह पर राज्य सरकार
मुंबई महानगर पालिका व महाराष्ट्र महानगर पालिका अधिनियम में संशोधन कर सरकार ने जहां पर राज्य निर्वाचन आयोग ऐसा उल्लेख है. उसके स्थान पर अब राज्य शासन ऐसा संशोधन पास किया है. जिससे अब राज्य में मनपा, नप, नप चुनाव के सर्वाधिकार राज्य सरकार के पास आ गए है. जिससे राज्य निर्वाचन आयोग द्बारा शुरू की गई महानगर पालिका चुनाव प्रक्रिया के साथ ही प्रभाग रचना भी निरस्त हो गई. अब सरकार के आदेश पर फिर एक बार नए सिरे से प्रभाग रचना की जायेगी.
इच्छुकों की खटिया खडी
प्रभाग रचना प्रारूप के साथ जोर शोर से चुनावी तैयारियों में जुटे इच्छुको के साथ ही निवर्तमान नगरसेवक व नगर सेविकाओं को शासन के इस निर्णय से जोर का झटका लगा है. क्योंकि महानगरपालिका चुनाव अब पूरे 6 महिने के लिए टल जाना निवर्तमान पार्षदों के लिए चिंता का विषय बन सकता है. इतने लंबे समय तक जन संपर्क बनाए रखना पार्षदों के लिए बडा ही मुश्किल होगा. प्रशासक राज शुरू हो जाने से अधिकार भी खत्म हो गये है. नया प्रभाग अब कैसा होगा. इसको लेकर भी माथापच्ची शुरू हो गई है. अब कहां कहां घूमकर जनसंपर्क बनाए रखे. इस चिंता में पार्षदों और इच्छुको को दुबला होना पडेगा.
पदाधिकारी कक्ष पर ताले, वाहन भी लिए वापस
8 मार्च को मनपा के वर्तमान पार्षद को का कार्यकाल खत्म हो जाने के बाद बुधवार से प्रशासक सत्ता की कमान संभाली. मनपा में महापौर, उप महापौर, स्थायी समिति, नेता विपक्ष , सदन नेता, विविध गुट नेताओं को आवंटित कक्ष में ताले लगा दिए गये. पदाधिकारियों को प्रशासन द्बारा उपलब्ध वाहन भी वापस ले लिए गये है. जिससे मनपा के जिस गलियारे में अब तक पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं का हुजूम रहता था. वह गलियारा वीरान हो गया है. निरस्त हो चुकी 3 सदस्यीय प्रभाग रचना में कुल मिलाकर 92 सदस्य तय किए गये थे.