अमरावती

अब आरटीओ कार्यालय में बैठकर सीखा जा सकता है कार चलाना

ड्राईविंग सिम्युलेटर मशीन के चलते आसान हुआ ड्राईविंग सीखना

अमरावती/दि.21– स्थानीय आरटीओ कार्यालय में अब एक जगह पर बैठकर चारपहिया वाहन चलाना सीखा जा सकता है. जिसके लिए यहां पर ड्राईविंग सिम्युलेटर मशीन उपलब्ध कराई गई है. इस अत्याधूनिक मशीन के जरिये वाहन चलाना सीखनेवाले व्यक्ति के मन से सडक एवं रफ्तार का भय निकाला जा सकता है और कोई भी व्यक्ति एक जगह पर बैठकर वाहन चलाना सीख सकता है.
बता दें कि, स्थानीय आरटीओ कार्यालय में उपलब्ध इस मशीन के लिए विशेषज्ञों द्वारा यहां के एक अधिकारी को विशेष तौर पर प्रशिक्षण दिया गया है. जिसके मार्गदर्शन में खुली सडक, कोहरे, बारिश, भीड-भाडवाली सडक तथा पहाडी रास्तों पर वाहन कैसे चलाया जाये, इसका प्रशिक्षण आरटीओ कार्यालय में एक स्थान पर बैठकर वर्च्यूअल तरीके से दिया जाता है. जिसके चलते अब सडकों पर वाहन चलाने के दौरान होनेवाले हादसों पर ‘ब्रेक’ लगाना संभव है. साथ ही साथ वाहन चलाना सीखनेवाले व्यक्ति के मन से सडकों पर रहनेवाली भीडभाड, विपरित दिशा से आनेवाले वाहन और रफ्तार को लेकर रहनेवाले डर को आसानी से दूर किया जा सकता है.
* रिजल्ट भी देती है मशीन
ड्राईविंग सिम्युलेटर मशीन के जरिये जहां एक ओर ड्राईविंग सीखना आसान हो गया है और इस मशीन के जरिये वाहन चलाना सीखनेवाले व्यक्ति के मन से ड्राईविंग को लेकर हर तरह के डर को दूर किया जा सकता है. वहीं दूसरी ओर यह मशीन इस बात पर भी नजर रखती है कि, कोई व्यक्ति वाहन चलाते समय नियमों का पालन कर रहा है अथवा नहीं. साथ ही इस मशीन के जरिये ड्राईविंग टेस्ट रिजल्ट भी हासिल किया जा सकता है.

* आवेदन करनेवालो को मिलेगा मौका
ड्राईविंग सिम्युलेटर मशीन के जरिये वाहन चलाना सीखने के इच्छुक व्यक्ति द्वारा आरटीओ कार्यालय में आवेदन करने पर उन्हें इस अत्याधुनिक मशीन पर बैठकर वाहन चलाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा और अधिक से अधिक इच्छुकों को इस मशीन के जरिये वाहन चलाना सीखने का अवसर उपलब्ध कराया जायेगा.

* समय के साथ ही इंधन की भी होगी बचत
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों पेट्रोल व डीजल के दामों में दिनोेंदिन इजाफा हो रहा है. जिसके चलते ड्राईविंग सीखना भी काफी हद तक महंगा हो चला है. ऐसे में आरटीओ कार्यालय में उपलब्ध हुई ड्राईविंग सिम्युलेटर मशीन के जरिये जहां एक ओर ड्राईविंग सीखना आसान हो गया है, वहीं इसके जरिये पेट्रोल व डीजल की भी बचत होगी. साथ ही साथ एक ही समय में कई लोग ड्राईविंग चलाना सीख सकेंगे. इसके अलावा ड्राईविंग सीखाने के लिए एक अतिरिक्त व्यक्ति का जो समय खर्च होता था, उसे भी बचाया जा सकेगा.

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