अमरावती

अब की बार शालाएं शुरू 30 से

अब फिर बच्चों की किलकरिया गूंजेगी

अमरावती/ दि. 28– शैक्षणिक क्षेत्र के इतिहास में पहली बार 26 जून से शुरू होनेवाली शालाएं अब की बार 30 जून से शुरू हो रही है. एक ओर तो शाला में प्रवेश की जोरदार तैयारियां शुरू है. वहीं दूसरी ओर विद्यार्थियों मेें शाला में जाने की उत्सुकता दिखाई दे रही है. शालेय साहित्यों की खरीदारी को भी अब गति मिल गई है. दो माह से सुनसान पडी शालाओं में 30 जून से पुन: बच्चों की किलकरियां गूंजने लगेगी. मनपा व जिला परिषद की शालाओं में जोरदार तैयरियां शुरू हो गई है. प्राथमिक व माध्यमिक शालाओं को 1 मई से ग्रीष्मकाल की छुट्टी घोषित की गई थी. ग्रीष्मकाल की दीर्घ छुट्टियों के बाद शुक्रवार से शालाओं में फिर विद्यार्थियों की चहल-पहल नजर आएगी. इसी पार्श्वभूमि पर शाला पूर्व तैयारी करने के लिए शालेय परिसर, कक्षा कमरे, स्वच्छता गृह आदि की सफाई करना शुरू हो गया है. शाला व्यवस्थापन समिति की बैठक व अन्य आहार के संबंध में नियोजन किया जा रहा है. विद्यार्थियों की गुणवत्ता बढाने से संबंधित नियोजन करना, तंबाबू मुक्त शाला परिसर को तैयार करना, पौधारोपण का नियोजन करना, शिक्षक-पालक की बैठक व अन्य आहार के संबंध में नियोजन किया जा रहा है. विद्यार्थियों को पहले ही दिन पाठ्यपुस्तक व गणवेश मिलनेवाले है. इसलिए विद्यार्थियों में भी शाला में शाला में जाने की जबर्दस्त उत्सुकता दिखाई दे रही है.

* शाला के पहले दिन जनप्रतिनिधियों को निमंत्रण
शाला के पहले दिन शाला प्रवेश का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. इस कार्यक्रम में विधायक, जिप सभापति, पंस सभापति, उपसभापति, जिप सदस्य, पंस सदस्य, सरपंच ग्रापं सदस्य, शाला व्यवस्थापन समिति, नगर सेवक, प्रतिष्ठित ग्रामवासी, पालकों को आमंत्रित करने की सूचना दी गई है.
* शाला प्रवेश की तैयारी
30 जून से मनपा की शालाएं शुरू होंगी. इस संदर्भ में शाला प्रवेश की तैयारी के आदेश दिए गए है. विद्यार्थियों को पहले ही दिन गणवेश व पुस्तकें देने का नियोजन किया गया है.
अब्दुल राजीक, मनपा शिक्षाधिकारी

* गुलाब पुष्प व चॉकलेट मिलेगी
पहली बार शाला में आनेवाले विद्यार्थियों को शाला के संबंध में आकर्षण हो, इसलिए विद्यार्थियों का स्वागत गुलाब पुष्प देकर किया जाएगा. वहीं कुछ विद्यार्थी पालकों के दूर होते ही रोने लगते हैं. ऐसे विद्यार्थियों को आकर्षित करने के लिए चॉकलेट व मिठाई रखी जाएगी. शिक्षा विभाग ने कल्पकता का उपयोग करके शाला के पहले दिन को अविस्मरणीय करने के लिए प्रयास शुरू कर दिये है.

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