अब रात सवा 8 बजे तक खुले रहेंगे मुद्रांक कार्यालय
मार्च एंडींग में भीडभाड को टालने उपाय

अमरावती/दि. 4– नए आर्थिक वर्ष में यानी 1 अप्रैल से रेडीरेकनर की दरों में 10 फीसद की वृद्धि होने जा रही है. इसके चलते 31 मार्च से पहले खरीदी-विक्री के व्यवहार पूरे करने हेतु दुय्यम निबंधक कार्यालय में अच्छी-खासी भीडभाड होने लगी है. ऐसे में जिले के सभी 16 मुद्रांक कार्यालयों के समय को सोमवार 3 मार्च से दो घंटो के लिए बढा दिया गया है और अब रोजाना रात 8.15 बजे तक मुद्रांक कार्यालय खुले रहेंगे.
ज्ञात रहे कि, आगामी 31 मार्च को आर्थिक वर्ष खत्म होने जा रहा है. जिसके चलते मार्च माह के दौरान दस्त पंजीयन हेतु मुद्रांक कार्यालय में अच्छी-खासी भीड उमड रही है. इसके चलते लोगों को अपने दस्त पंजीयन कराने हेतु काफी देर तक इंतजार करते हुए बैठे रहना पडता है. वहीं मुद्रांक व पंजीयन कार्यालय को भी 450 करोड रुपयों का टारगेट भी पूरा करना है. जो इस समय तक 85 फीसद पूरा हो चुका है. वहीं 15 फीसद टारगेट पूरा होना बाकी है.
उल्लेखनीय है कि, कोविडकाल से रेडीरेकनर की दरों में कोई वृद्धि नहीं हुई है और अब स्थिति के पहले की तरह सामान्य हो जाने के चलते आगामी 1 अप्रैल से 10 फीसद की दर वृद्धि करने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है. जिसके चलते दस्त पंजीयन के मुद्रांक शुल्क में भी वृद्धि होनेवाली है. ऐसे में लोगबाग 31 मार्च से पहले अपने खरीदी-विक्री के व्यवहार पूरा करने को प्राथमिकता दे रहे है. दुय्यम निबंधक कार्यालय में मार्च माह दौरान होनेवाली भीडभाड के चलते नागरिकों को कोई असुविधा न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए कामकाज के समय को दो घंटे बढाया गया है.
* सरकार के 100 दिन वाले कृति कार्यक्रम में ‘वन स्टेट, वन रजिस्ट्रेशन’ के तहत एनआईसी द्वारा कई बातों को डिजिटली पूरा किया जाएगा. जिसमें नागरिकों को कोई असुविधा न हो, इस बात की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
– अनिल औतकर
मुद्रांक जिलाधीश.
* 16 कार्यालय खुले रहेंगे रात सवा 8 बजे तक
मनपा क्षेत्र हेतु रहनेवाले तीन व ग्रामीण क्षेत्र हेतु रहनेवाले एक ऐसे 4 तथा मेलघाट हेतु धारणी स्थित एक कार्यालय के अलावा शेष तहसीलों के एक-एक ऐसे कुल 16 कार्यालय मार्च माह में सुबह 9.45 बजे से रात 8.15 बजे तक शुरु रहेंगे. साथ ही सहदुय्यम निबंधक वर्ग-2 व अमरावती शहर-3 के कार्यालय शनिवार व रविवार को भी शुरु रखे जाएंगे.
* रिक्त पदों की समस्या अधिक
जिलेभर में अधिकारियों व कर्मचारियों के 35 फीसद पद रिक्त है. जिसके चलते सभी अधिकारियों व कर्मचारियों पर पहले ही काम का अतिरिक्त बोझ है. वहीं अब सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को रोजाना दो घंटे ज्यादा ड्यूटी भी देनी होगी, ऐसी स्थिति फिलहाल जिले में दिखाई दे रही है. खास बात यह है कि, अचलपुर, मोर्शी, वरुड व चांदुर बाजार में दुय्यम निबंधकों के पद भी रिक्त पडे है.