अब वडाली-चांदूर रेलवे जंगल के तेंदुओं की अचूक संख्या चलेगी पता
अधिवास क्षेत्र में लगे 50 नए ट्रैप कैमरे
* गांव समिति का भी सहभाग, निसर्ग संवर्धन संस्था के प्रयास
अमरावती/दि.29- तेंदुए के लिए पहचाने जाते वडाली और चांदूर रेलवे वनपरिक्षेत्र में ट्रैप केमरे लगाकर उसकी अचूक संख्या 1 वर्ष में गिनती की जानेवाली है. इस काम में वडाली और चांदूर रेलवे वन विभाग समेत निसर्ग संवर्धन संस्था भी सामने आई है. वडाली और चांदूर रेलवे वनपरिक्षेत्र से सटकर स्थित गांव समिति को भी इसमें शामिल किया गया है.
उपवन संरक्षक चंद्रशेखरन बाला, सहायक वन संरक्षक ज्योति पवार के मार्गदर्शन में वडाली वनपरिक्षेत्र अधिकारी वर्षा हरणे, चांदूर रेलवे वनपरिक्षेत्र अधिकारी भानुदास पवार के नेतृत्व में संबंधित वनपाल, वनरक्षक, वनमजदूर तथा निसर्ग संवर्धन संस्था के अध्यक्ष डॉ. स्वप्नील सोनोने, पंकज बांडाबूचे, शंतनु पाटिल, नीलू सोनी, उत्कर्ष महाजन, रुद्रा श्रीवास, स्वीटी सोनटक्के, अदिती सोलंके, शर्वणी धांदे, रेखा मंडल के दल ने एक माह तेंदुए के संचार क्षेत्र में विष्ठा तथा पंजों के निशान की सहायता से सर्वेक्षण किया. पश्चात 1 साल के अभ्यास के लिए पहले चरण में ट्रैप कैमरे लगाकर शुरुआत की. इसमें जंगल परिसर में 50 ग्रीड डाले गए हैं. एक ग्रीड में एक ट्रैप कैमरा लगाया गया. 1 साल के अभ्यास के बाद वडाली और चांदूर रेलवे वनपरिक्षेत्र के तेंदुओं की संख्या बढी अथवा कम हुई तथा तेंदुओं का संचार क्षेत्र कौनसा है यह स्पष्ट होगा.
* वडाली-चांदूर रेलवे वनपरिक्षेत्र में इन बीटों का समावेश
वडाली वनपरिक्षेत्र के अपर वडाली बीट, दक्षिण वडाली बीट, जेवड बीट, अंजनगांव बारी बीट, भानखेडा बीट, पोहरा वनपरिक्षेत्र में पोहरा बीट, इंगला बीट, परसोडा बीट, उत्तर चोरआंबा बीट, दक्षिण चोरआंबा बीट, चिरोडी वनपरिक्षेत्र के उत्तर चिरोडी बीट, मध्य चिरोडी बीट, पश्चिम चिरोडी बीट, हातला बीट, लालखेड बीट, चांदूर रेलवे वनपरिक्षेत्र में चांदूर रेलवे बीट आदि वडाली व चांदूर रेलवे वनपरिक्षेत्र के जंगल परिक्षेत्र में ग्रीड के मुताबिक ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं. इन ट्रैप कैमरों के जरिए तेंदुओं की संख्या स्पष्ट होगी.