अमरावती

अब पूरे मार्केट को खुलने की अनुमति दी जाये

महानगर चेंबर ने पालकमंत्री यशोमति ठाकुर को सौंपा ज्ञापन

  • राकांपा प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके से भी लगायी गयी गुहार

अमरावती/दि.24 – विगत एक वर्ष से कोविड संक्रमण के चलते करीब 6 माह अमरावती शहर सहित जिले में लॉकडाउन रहा है. इस दौरान जीवनावश्यक वस्तुओं को छोडकर सभी तरह के व्यापार व्यवसाय पूरी तरह से बंद रहे है. जिससे व्यापार जगत की कमर टूट गयी है और व्यापारियों को काफी बडे पैमाने पर आर्थिक नुकसान का सामना करना पडा है. साथ ही अब हर कोई इस बात का इंतजार कर रहा है कि, सरकार एवं प्रशासन द्वारा सभी व्यापारियों को अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति कब दी जाती है. इस आशय का ज्ञापन महानगर चेंबर ऑफ मर्चंटस् एन्ड ट्रेडर्स द्वारा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर व राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके को सौंपे गये.
इस समय महानगर चेंबर के अध्यक्ष सुरेश जैन ने पालकमंत्री यशोमति ठाकुर तथा राकांपा प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके के साथ चर्चा करते हुए बताया कि, कोविड की संक्रामक महामारी से लडते समय जान बचाने के साथ ही अपना कारोबार बचाना भी बेहद जरूरी हो गया है. जारी कोविड संकट काल के दौरान प्रशासन द्वारा जीवनावश्यक वस्तुओं को छोडकर अन्य सभी दुकानों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. जिसकी वजह से शहर के अधिकांश व्यापारिक प्रतिष्ठान विगत लंबे समय से बंद पडे है और इसके चलते व्यापारियों को काफी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड रहा है. इस समय सभी व्यापार-व्यवसाय बंद रहने के चलते व्यापारियों के साथ-साथ उनके कर्मचारियों को भी अपनी रोजी-रोटी चलाने के काम में काफी दिक्कतें आ रही है और व्यापारियों को व्यवसाय बंद रहने के बावजूद अपनी दूकान का किराया, इलेक्ट्रिक बिल, टैक्स तथा कर्मचारियों का वेतन आदि खर्च का वहन करना पड रहा है. बिना कमाई के करीब एक साल से इन तमाम खर्च को वहन करते हुए व्यापारियों की कमर टूट गई है. ऐसे में अब बेहद जरूरी है कि, प्रशासन द्वारा कोविड संक्रमण काल के दौरान लोगों की जान बचाने के साथ-साथ कारोबार व व्यापार को भी बचाने पर ध्यान दिया जाये. अन्यथा व्यापारियोें एवं उनके कर्मचारियों को अब भूखमरी का सामना करना पडेगा.
इस ज्ञापन में शहर के व्यापारियों द्वारा महानगर चेंबर के मार्फत सुझाव दिये गये कि, शहर की सभी दुकानों को रोजाना सुबह 10 से 4 बजे तक खुलने की अनुमति दी जाये अथवा इससे पहले अमल में लायी गयी ऑड-ईवन प्रणाली को दुबारा लागू किया जाये. व्यापारियों के मुताबिक जिले में इस समय रोजाना 700 से 800 संक्रमित मरीज पाये जा रहे है. जिसमें से अमरावती शहर से वास्ता रखनेवाले मरीजोें की संख्या 100 से भी कम होती है. यानी अब अमरावती शहर में पॉजीटिवीटी रेट काफी नीचे आ गया है. साथ ही शहर में लगभग सभी व्यापारियों ने अपनी कोविड टेस्ट करवाने के साथ-साथ कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन भी लगवा ली है. ऐसे में अमरावती शहर में व्यापार-व्यवसाय को खोलने की अनुमति देने में कोई दिक्कत नहीं है. साथ ही प्रशासन को चाहिए कि, जिन व्यापारियों व कर्मचारियों का अब तक वैक्सीनेशन नहीं हुआ है, उन्हें पहली प्राथमिकता के साथ वैक्सीन लगवायी जाये. इसके अलावा बाहर से अमरावती आनेवाले हर एक व्यक्ति की बेहद कडाई के साथ रैपीड एंटीजन टेस्ट की जाये.
ज्ञापन सौंपते समय महानगर चेंबर ऑफ मर्चंटस् के अध्यक्ष सुरेश जैन, उपाध्यक्ष प्रकाश बोके, सचिव घनश्याम राठी, कोषाध्यक्ष जयंत कामदार सहित मुकेश श्रॉफ, नितीन देशमुख, राजेंद्र भंसाली, बकुल कक्कड, शरणपालसिंह अरोरा, संजय छांगानी, विनोद सामरा, अर्जून चांदवानी, अशोक राठी, पप्पू गगलानी आदि उपस्थित थे.

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