अब ‘दगा फटका’ करने वालों का होगा ‘करेक्ट कार्यक्रम’
साथ नहीं देने वालों से किया जाएगा हिसाब-किताब बराबर

* कम वोट मिलने वाले क्षेत्रों में होगा ‘डैमेज कंट्रोल’
* मनपा, जिप, नपं व पंस चुनावों को लेकर तैयारी शुरु
अमरावती/दि.29– विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों को मिले वोटों की आंकडेवारी अब बाहर आने लगी है. जिसकी समीक्षा करते हुए अब सभी प्रत्याशियों के समर्थकों द्वारा हिसाब-किताब लगाया जा रहा है कि, उनका प्रत्याशी कहां-कहां कमतर साबित हुआ और किसने-किसने उनके साथ ‘दगा फटका’ किया. ऐसे में वोटों के लिहाज से पिछड जाने वाले इलाकों में स्थानीय निकायों के आगामी चुनाव की दृष्टि से डैमेज कंट्रोल करने के साथ ही दगा फटका करने वाले लोगों का अगले चुनाव में ‘करेक्ट कार्यक्रम’ करने की तैयारी भी अभी से शुरु हो गई है.
बता दें कि, इस बार के विधानसभा चुनाव में महायुति व महाविकास आघाडी के बीच सीधी भिडंत थी. लेकिन जिसके तहत दोनों गठबंधनों में शामिल दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर तय हुए फार्मूले के मुताबिक घटक दलों के प्रत्याशी चुनाव में खडे किये गये थे. लेकिन प्रत्याशी खडे करने वाले घटक दलों ने चुनावी नतीजों के बाद खुलकर आरोप लगाये कि, सहयोगी दलों द्वारा उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान नहीं की गई है. जिसकी वजह से उनके प्रत्याशी को मिलने वाले वोट काफी कम रहे. जिससे कुछ स्थानों पर उनकी लीड घटी. एवं कुछ स्थानों पर उन्हें हार का सामना करना पडा. ऐसे में अब चुनाव के दौरान ऐन समय पर दगा फटका करने वाले लोगों से अगले चुनाव में हिसाब किताब पूरा करने का पूरा नियोजन किया जा रहा है.
बता दें कि, विधानसभा चुनाव निपटने के बाद आगामी समय में महानगरपालिका जिला परिषद, नगरपालिका व पंचायत समिति के चुनाव होने है. जिसके चलते जिन-जिन इलाकों में मिलने वाले वोटों का प्रमाण कम रहा. उन इलाकों में संबंधित राजनीतिक दलों द्वारा ‘डैमेज कंट्रोल’ करते हुए अपनी स्थिति को सुधारने का प्रयास शुरु किया जाएगा. साथ ही जिन लोगों की वजह से वोट घटे और जिन्होंने चुनाव के समय प्रत्याशी के खिलाफ काम किया. ऐसे लोगों से हिसाब किताब पूरा करने का भी नियोजन किया जा रहा है.