अब 120 दिन की बजाए 60 दिन पहले ट्रेन रिझर्वेशन
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अमरावती/दि.25– गर्मी की छुट्टियों में कई लोगबाग बाहर घूमने-फिरने हेतु जाते है और आरामदायक यात्रा हेतु रेलवे का पर्याय चुनते है. इससे पहले रेल गाडियों में टिकट के अग्रिम आरक्षण हेतु 120 दिन का नियम हुआ करता था. जिसे अब घटाकर 60 दिन कर दिया गया है. ऐसे में अब छुट्टियों के दौरान घूमने-फिरने हेतु जानेवाले लोगों को टिकट आरक्षण के लिए अच्छी-खासी हडबडी व जल्दबाजी करनी होगी.
बता दें कि, इस समय कक्षा 10 वीं व 12 वीं की परीक्षाएं चल रही है. साथ ही अप्रैल माह के अंत तक सभी कक्षाओं की परीक्षाएं निपट जाती है. जिसके बाद अगले दो महिने गर्मी की छुट्टियां रहती है और गर्मियों की छुट्टियों के दौरान अधिकांश लोगबाग बाहरगांव घूमने हेतु जाते है. जिसके तहत पर्यटन स्थल व धर्म स्थल पर घूमने-फिरने का नियोजन करने के साथ ही रिश्तेदारों के यहां जाने का प्लान बनाया जाता है. ऐसे समय यात्रा को सुविधापूर्ण करने हेतु आने-जाने की टिकट का अग्रिम आरक्षण करना बेहद आवश्यक होता है, साथ ही कई लोग आरामदायक यात्रा के लिए रेल से यात्रा करने को प्राथमिकता देते है. चूंकि ऐन समय पर रेल गाडियों में टिकट का आरक्षण नहीं मिलता, ऐसे में लोगबाग पहले से ही यात्रा का नियोजन करते हुए रेल गाडी की आरक्षित बोगी में अपनी सुविधा के अनुरुप कन्फर्म टिकट हासिल करते है. जिसके लिए इससे पहले 120 दिन पूर्व अग्रिम आरक्षण की सुविधा उपलब्ध हुआ करती थी. परंतु अब इस अवधि को घटाकर 60 दिन कर दिया गया है. ऐसे में अब इस अवधि को ध्यान में रखते हुए इसके लिहाज से यात्रा का नियोजन कर रेलवे का आरक्षण प्राप्त करने की तैयारी करनी पडेगी. जिसके चलते अब ट्रेन रिझर्वेशन के लिए पहले की तुलना में ज्यादा मशक्कत करनी पडेगी.
* वेटिंग लिस्ट टालने हेतु क्या करें
इस समय कई रेल गाडियों का आरक्षण उपलब्ध है. हालांकि वेटिंग लिस्ट को टालने हेतु आरक्षण प्राप्त करने थोडी जल्दबाजी करनी पडेगी. गर्मी के मौसम दौरान वेटिंग लिस्ट काफी लंबी होती है. जिसके चलते पहले ही टिकट बुक करने पर कन्फर्म टिकट मिल सकता है. वहीं ऐन समय पर कई रेल गाडियों में आरक्षण फुल होकर ‘नो रुम’ वाली स्थिति बन जाती है.
* कितने महिने पहले बुक सकते है टिकट
पहले टिकट बुक करने हेतु 120 दिनों की अग्रिम अवधि तय की गई थी. जिसे घटाकर अब 60 दिन कर दिया गया है. यानी पहले यात्रा से चार माह पूर्व अग्रिम आरक्षण हासिल किया जा सकता था, वहीं अब यात्रा को दो माह पहले अग्रिम आरक्षण का टिकट निकाला जा सकता है. इस नए नियम पर विगत तीन माह से अमल करना शुरु किया गया है.* गर्मी में इन स्थानों पर रहती है पर्यटकों की भीड
गर्मी के मौसम दौरान लोगबाग मुंबई, पुणे, लोणावला, तिरुपति, अहमदाबाद व गोवा सहित विभिन्न राज्यों के पर्यटन स्थलों व धार्मिक स्थलों को भेंट देना पसंद करते है. वहीं शालेय एवं महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं द्वारा किलो व वॉटर पार्क जैसे स्थानों को देखने में रुची दर्शायी जाती है.
* रेलवे ही पहली पसंद क्यों?
– वाजीब किराया – एसटी अथवा निजी वाहनों की तुलना में रेलवे की यात्रा की दरें काफी वाजीब होती है.
– सुविधा – रेल गाडियों में वातानुकुलित कोच होते है तथा धक्कामुक्की और ट्रैफिक जाम से दूर रहते हुए आरामदायक यात्रा की जा सकती है.
– समय का सटिक नियोजन – अमूमन रेलवे द्वारा अपनी गाडियों के टाईम टेबल का सटिक तरीके से पालन किया जाता है. हालांकि कई बार लंबी दूरी वाली गाडियों के टाईम टेबल में थोडाबहुत इधर-उधर हो जाता है.
* गर्मी के मौसम दौरान रेल गाडियां हाऊस फुल होती है और इस बार भी वहीं परिस्थिति है और अप्रैल माह तक आरक्षण खिडकियों पर ‘नो रुम’ का बोर्ड दिखाई दे रहा है. ऐसे में ऐन समय पर होनेवाली असुविधा से बचने हेतु समय रहते अग्रिम आरक्षण कराना चाहिए.
– महेंद्र लोहकरे
स्टेशन प्रबंधक, अमरावती.