अब कृषि सहायक की मौजूदगी में मिलेगी बीटी बीज के दो पैकेट
बीजों की कालाबाजारी रोकने कृषि विभाग ने लिया निर्णय
अमरावती/दि.25– खरीफ सीजन से पहले ही बीटी कपास की जबर्दस्त मांग रहने वाले की कुछ बीजों की किल्लत पैदा हो गई है. जिसके चलते अब कृषि विभाग की निगरानी में प्रत्येक किसान को बीजों की दो-दो पैकेट वितरीत किये जा रहे है. हालांकि इसके बावजूद भी कुछ दुकानदारों द्वारा अनाप-शनाप दरों पर बीजों की विक्री किये जाने के बाद सामने आयी है. परंतु किसानों की ओर से कोई शिकायत नहीं हरने के चलते फिलहाल कृषि विभाग द्वारा किसी के भी खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
बता दें कि, इस बार के खरीफ सीजन हेतु कंपनी के पास ढाई लाख से अधिक पैकेटों की मांग दर्ज करने के बावजूद भी केवल 65 हजार पैकेटों का आवंटन मंजूर किया गया. जिसमें से थोडी बहुत आपूर्ति शहर सहित उपतहसीलों को की गई. परंतु मांग की तुलना में आपूर्ति कम रहने तथा बीजों की उपलब्धता में विलंब होने के चलते किसानों और कृषि विभाग की दिक्कते बढ गई. वहीं बीजों की उपलब्धता कम रहने के चलते बीजों की तालाबाजारी शुरु होने की संभावना भी बढ गई है. ऐसे ेमं अधिक से अधिक किसानों को बीज मिले, इस हेतु प्रत्येक कृषि सेवा केंद्र पर कृषि सहायक की नियुक्ति की गई है. जिसकी देखरेख के तहत प्रत्येक किसानों को बीज के 2-2 पैकेट वितरीत किये जाएंगे, ऐसी जानकारी कृषि विकास अधिकारी अजय तलेगावकर द्वारा दी गई है.
* ग्रामीण क्षेत्रों में बीजों के दाम दोगुने
केंद्र सरकार की अधिसूचना के मुताबिक बीटी बीज के पैकेटों की एमआरपी 867 रुपए है. लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में बीटी बीज के पैकेटों की विक्री 900 रुपए से 1200 रुपए प्रति पैकेट के दाम पर हो रही है, ऐसी जानकारी किसानों द्वारा दी गई है. चूंकि इन बीजों की किसानों को इस समय सख्त जरुरत है. ऐसे में वे अनाप-शनाप दामों पर हो रही बीज विक्री के खिलाफ कोई शिकायत भी दर्ज नहीं करा रहे है. जिसके चलते कृषि विभाग के उडनदस्तों द्वारा अब तक किसी के भी खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
प्रत्येक केंद्र में कृषि सहायक नियुक्त बीटी के विशिष्ट बीजों की किल्लत रहने के चलते जिन स्थानों पर कृषि केंद्रों में बीजों की आपूर्ति हो चुकी है. वहां पर कृषि सहायक की नियुक्ति की गई है. जिसकी मौजूदगी में ही बीटी बीजों की विक्री शुरु की गई है. ऐसे दुकानों पर अपडेट स्टॉक की बोर्ड पर उल्लेख किया जाये, ऐसी मांग किसानों द्वारा की जा रही है.
मांग की तुलना में आवंटन कम हुआ है और आपूर्ति भी बेहद कम हुई है. कुछ विशिष्ट बीजों की आपूर्ति विलंब से भी हुई है. ऐसे में बीज उपलब्ध रहने वाली दुकानों में कृषि सहायक की नियुक्ति की गई है. जिनकी देख-रेख में बीजों की विक्री चल रही है.
– राहुल सातपुते,
जिला अधीक्षक,
कृषि अधिकारी.