अमरावती/दि.20 – जिले की करीब तीनचौथाई ग्रामपंचायतों के आम चुनाव निपटने के बाद अब सभी संबंधित गांवों में सरपंच पद के दावेदार सामने आ रहे है. किंतु अब तक सरपंच पद का आरक्षण ही घोषित नहीं हुआ है. ऐसे में इच्छूकोें की प्रतिक्षा कुछ अधिक लंबी हो रही है. ज्ञात रहे कि, इससे पहले मार्च 2020 में घोषित किये गये आरक्षण को रद्द कर दिया गया है. साथ ही यह भी तय किया गया कि, नये सिरे से लिये जानेवाले चुनाव के बाद आरक्षण का ड्रॉ निकाला जायेगा. जिसके बारे में निर्वाचन आयोग द्वारा निर्देश दिया गया है कि मतदानवाले दिन के बाद 30 दिनों के भीतर यह प्रक्रिया पूर्ण होनी चाहिए. ऐसे में जनवरी माह के अंत में आरक्षण का ड्रॉ निकाले जाने की उम्मीद है.
ज्ञात रहे कि, जिले की 553 ग्राम पंचायतों के आम चुनाव की प्रक्रिया 15 जनवरी को पूर्ण हुई और 18 जनवरी को मतगणना पूर्ण करने के साथ ही चुनावी नतीजे घोषित किये गये. जिसके बाद ग्राम पंचायत में निर्वाचित हुए कई सदस्य अब सरपंच पद के लिए इच्छूक दिखाई दे रहे है. लगभग सभी गांवों में बडी चुनौतीपूर्ण और काटे की टक्कर हुई है. जिसमें प्रस्थापितों को मात देते हुए कई गांवों में सत्ता परिवर्तन हुआ है. ऐसे में सरपंच पद की ओर सभी की निगाहें लगी हुई है. इसमें भी यह उल्लेखनीय है कि, इस बार सरपंच पद का चयन सीधे जनता द्वारा नहीं, बल्कि निर्वाचित सदस्यों के बीच से होगा. ऐसे में सरपंच बनने के इच्छूक रहनेवाले कई सदस्यों की आशाएं पल्लवित हो गयी है.
बता देें कि, विगत मार्च माह में घोषित हुए आरक्षण के ड्रॉ को ध्यान में रखते हुए ही कई ग्राम पंचायतों में पैनल तय किये गये थे. किंतु ऐन समय पर सरकार द्वारा तय किया गया कि, सरपंच पद के आरक्षण का ड्रॉ चुनाव के बाद घोषित किया जायेगा. ऐसे में संभावित ड्रॉ के नतीजों को ध्यान में रखते हुए प्रत्याशी तय किये गये, ताकि किसी भी संवर्ग में पद आरक्षित रहने की स्थिति में भी पैनल के पास उस संवर्ग का कोई न कोई प्रत्याशी जरूर हो. ऐसे में अब सभी निर्वाचित सदस्य और पैनल प्रमुख बडी बेसब्री के साथ संभावित आरक्षण के ड्रॉ का इंतजार कर रहे है. साथ ही इस बात को लेकर भी अभी से ही फिल्डींग लगायी जा रही है कि, यदि सरपंच पद के आरक्षण का ड्रॉ विरोधियोें के लिए फायदेमंद रहा, तो उस स्थिति में कम से कम उपसरपंच पद अपने हिस्से में आ सके.
नतीजों की अधिसूचना 29 जनवरी को
जिले की 553 ग्राम पंचायतों में चुनाव की प्रक्रिया अब खत्म हो गयी है और निर्वाचित सदस्यों को अपने विजयी होने के संदर्भ में निर्वाचन आयोग द्वारा की जानेवाली अधिसूचना की प्रतीक्षा है. किंतु कुछ जिलों से आयी रिपोर्ट त्रृटिपूर्ण रहने के चलते निर्वाचन आयोग द्वारा 21 की बजाय 29 जनवरी को अधिसूचना जारी की जायेगी. ऐसे में अब सभी विजयी प्रत्याशियों को अपनी जीत का प्रमाणपत्र हासिल करने के लिए भी कुछ अधिक प्रतिक्षा करनी होगी.