अब भाजपा के साथ ही आगे बढेंगे हम सभी
भाजपा के बागी नेता व पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता का कथन
* श्रम परिहार कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं के प्रति व्यक्त की कृतज्ञता
अमरावती/दि.5– विधानसभा चुनाव में यद्यपि पार्टी द्वारा लिये गये निर्णय से सहमति नहीं रहने के चलते हमने अपनी एक अलग राह पकडी थी. लेकिन इसका यह मतलब कदापि नहीं है कि, हमने खुद को पार्टी की विचारधारा से ही अलग कर लिया है. हम पहले भी भाजपा में थे और आज भी वैचारिक रुप से भाजपा के ही साथ है. ऐसे में हमारी आगे की रणनीति भाजपा के साथ ही आगे बढेगी. इसमें कोई संदेह नहीं है. इस आशय का प्रतिपादन भाजपा के बागी व निष्कासित नेता तथा पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता द्वारा किया गया. साथ ही उन्होंने कहा कि, इन दिनों अमरावती शहर में भाजपा कुछ लोगों की प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनकर रह गई है. जिसे एक बार फिर पहले की तरह आम कार्यकर्ताओं वाली भाजपा बनाना है. इसके लिए भी तमाम आवश्यक प्रयास किये जाएंगे.
बता दें कि, गत रोज स्थानीय बडनेरा मार्ग स्थित सिपना अभियांत्रिकी महाविद्यालय के सभागार में जगदीश गुप्ता मित्र परिवार द्वारा श्रम परिहार व कृतज्ञता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस समय अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता ने उपरोक्त प्रतिपादन किया. इस समय अपने संबोधन में जगदीश गुप्ता का कहना रहा कि, अमरावती विधानसभा क्षेत्र हमेशा से ही भाजपा का मजबूत गढ रहा. ऐसे में इस सीट को भाजपा के ही कोटे में रखा जाये और यहां से कमल चुनाव चिन्ह पर प्रत्याशी दिया जाये. बस इतनी सी मांग उन्होंने पार्टी नेतृत्व के सामने रखी थी. जिसे पार्टी द्वारा अस्वीकार किया गया. ऐेसे में अपने कार्यकर्ताओं के आग्रह पर उन्होंने अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के अनधिकृत प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडा. जिसमें उन्हें अपेक्षित सफलता भी मिली और उन्होंने 34 से 35 फीसद वोट भी हासिल किये. जिसके लिए उन्हें भाजपा के कई नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का पूरा समर्थन भी मिला. ऐसे में हार का शोक मनाने की बजाय जो कुछ हमें हासिल हुआ है, उससे संतृष्ट होकर आगे के जश्न की तैयारियां की जानी चाहिए.
इस कार्यक्रम में मधु उमेकर, डॉ. उमेंद्र कडू, सुरेश ढोक, नितिन वानखडे, नितिन चांडक, विलास रोंघे, मनीष जोशी, सुभाष गोहत्रे, सुरेंद्र बुरंगे, सुहास भोंगे, रामेश्वर विधले, प्रेम जगमलानी, वासु देवलकर, राजा खारकर, विजय गुप्ता, संजय देशमुख, रमेश देशमुख, कल्पना भैसे, वनमाला सोनवने, जयश्री वानखडे, सोहन कुरील, आदित्य यादव, संजय लव्हाले, प्रमोद लवनकर, चंदू पिंपले, किशोर गोयनका, रविशंकर केशरवानी, सतीश वर्मा, राजेश अनासाने, प्रमोद खंडेलवाल, सुरेश राजा, तुषार श्रॉफ, विनोद कलंत्री, सुधा तिवारी, सुरेंद्र पोपली, पुरुषोत्तम बजाज व माला दलवि सहित जगदीश गुप्ता मित्र परिवार के अनेकों सदस्य उपस्थित थे.
* बडनेरा में लेंगे ‘उनका’ सपोर्ट
इस समय अपने संबोधन में पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता ने इशारों ही इशारों में पूर्व सांसद व भाजपा नेत्री नवनीत राणा तथा बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा की ओर संकेत करते हुए कहा कि, मनपा चुनाव में अमरावती के साथ-साथ बडनेरा शहर की ओर भी पूरा ध्यान देना होगा और जिन्होंने विधानसभा चुनाव में हमारा सपोर्ट किया था, हम मनपा चुनाव के लिए बडनेरा हेतु ‘उनका’ सपोर्ट भी लेंगे. लेकिन ऐसा करते समय कोई काम्प्रमाइज नहीं किया जाएगा.
* 9 हजार परिवारों ने निभाया हिंदुत्व
इस समय पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता ने यह भी कहा कि, विधानसभा चुनाव में उन्हें प्रचार के लिए केवल 13 दिन का ही समय मिला और उन्होंने केवल अपने समर्थकों के दम पर चुनाव लडा. इसके बावजूद उन्होंने 35 हजार वोट प्राप्त किये, यानि अमरावती निर्वाचन क्षेत्र के करीब 9 हजार परिवारों ने हिंदुत्व को निभाया है. जिनके प्रति वे बेहद कृतज्ञ है. साथ ही उन्हें पूरी उम्मीद है कि, आने वाले समय में शहर के अन्य परिवार भी हिंदुत्व के समर्थन में आगे आएंगे. ऐसे में हिंदुत्व के जागरण व एकत्रीकरण के लिए सतत प्रयास जारी रहेंगे तथा इसके लिए चर्चा व चिंतन के सत्र लगातार चलाये जाते रहेंगे.
* फडणवीस का मुख्यमंत्री बनने पर किया अभिनंदन
इस कार्यक्रम के दौरान ही पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता ने राज्य में भाजपा के नेतृत्व तले महायुति की सरकार बनने जा रही है. इस पर खुशी जताते हुए भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद हेतु दावेदार बनाये जाने पर फडणवीस का अभिनंदन किया और कहा कि, निश्चित रुप से देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार बेहतरीन काम करेगी.
* बांग्लादेश के हालात पर जतायी चिंता, निषेध माह मनेगा
इस समय अपने संबोधन में पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता ने पडोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यक रहने वाले हिंदू समूदाय के साथ हो रहे अन्याय व अत्याचार के मामलों पर चिंता जताने के साथ ही ऐसी घटनाओं का कडा निषेध किया और बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ सकल हिंदू समाज द्वारा निषेध व्यक्त किये जाने का प्रस्ताव रखा. जिसके तहत अगले एक सप्ताह तक प्रत्येक व्यक्ति द्वारा अपने हाथों पर काली रिबन बांधकर बांग्लादेश की घटनाओं का निषेध किये जाने का प्रस्ताव रखा गया. जिस पर सभागार में उपस्थित कई समर्थकों ने समर्थन देते हुए कहा कि, यह उपक्रम केवल एक सप्ताह के लिए नहीं, बल्कि 31 दिसंबर तक चलाया जाना चाहिए. इसे भी सर्व सम्मती से स्वीकार किया गया. इसके साथ ही आजादी के समय हुए देश विभाजन पश्चात पाकिस्तान से भारत आकर बसे सिंधी समाजबंधुओं को लीज पट्टे उपलब्ध करवाने के प्रस्ताव को भी आम सहमति के साथ मंजूरी दी गई. साथ ही साथ देश विभाजन के समय भी हिंदुओं के साथ हुए अत्याचारों को याद रखे जाने की बात कही गई.