अब हैंडपंप की जानकारी मिलेगी एक क्लीक पर
नई जलापूर्ति योजना पर अमल हेतु होगा उपयोग
अमरावती/दि.22- ग्रामीण क्षेत्र में शुद्ध पानी मिले, इस हेतु जिले के 6 हजार 408 जलस्त्रोतों व जिलापूर्ति योजनाओं की जानकारी की जीपीएस प्रणाली के जरिए मैपिंग की जा रही है. इस मैपिंग के जरिए सार्वजनिक जलस्त्रोतों, जलापूर्ति योजना, हैंडपंप व कुओं की जानकारी अब केवल एक क्लीक पर मिलेगी.
जलस्त्रोतों की मैपिंग करते समय मौसमी, बारामासी तथा स्थायी तौर पर बंद रहने वाले जलस्त्रोतों का सर्वेक्षण किया गया है. साथ ही जलस्त्रोतों से जलकुंभ तक बिछाई गई वितरण नलिका का भी सर्वेक्षण किया गया है. जिसके चलते जलस्त्रोतों का पूरा डेटा जमा हुआ है. ऐसे में ग्रामपंचायतों को नई जलापूर्ति योजना पर अमल करते समय इस जानकारी व तकनीक का उपयोग होगा. साथ ही इस तकनीक के चलते प्रतिमाह जांचे जाने वाले पानी के सौंपलों की जानकारी भी समय-समय पर गुगल पर अपलोड की जाएगी.
* प्रत्येक गांव के जलस्त्रोत की मिलेगी जानकारी
जिले में रहने वाले जलस्त्रोतों की जानकारी की जीपीएस प्रणाली के जरिए मैपिंग की जा रही है. जिसके लिए जलस्त्रोतों के अक्षांश व देशांश की जीपीएस मैपिंग निश्चित की गई है. इस मैपिंग के चलते जलस्त्रोत व जलापूर्ति योजनाओं की जानकारी अब एक क्लीक पर मिलेगी.
* स्वास्थ्य संबंधित शिकायतें बढने की संभावना
कसी भी क्षेत्र में जलस्त्रोत दूषित रहने पर उस परिसर के लोगों के स्वास्थ्य पर उसका परिणाम तुरंत ही दिखाई देने लगता है. विशेष तौर पर बारिश के मौसम दौरान जलजन्य बीमारियों सहित संक्रामक रोगों के फैलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. इस बात को ध्यान में रखते हुए जलापूर्ति व स्वच्छता विभाग द्वारा पानी के सैम्पल जांचे जाते है.
* क्या कहती है आंकडेवारी?
– 2387 कुएं
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 2387 कुएं है. जिनमें सभी 14 तहसीलों में स्थित कुओं का समावेश है.
– 692 विविध योजनाएं
जिले में बोअरवेल व जलापूर्ति योजनाओं के स्त्रोत 692 है. इसके अलावा 6408 विविध जलस्त्रोत है.
– 6408 पानी के स्त्रोत
जिले में जलापूर्ति हेतु विविध योजनाएं चलाई जा रही है. इन योजनाओं हेतु कुल 6 हजार 408 जलस्त्रोत है.
– कुल जलस्त्रोत
जिले की 14 तहसीलों के विविध गांवों की उपलब्ध आंकडेवारी के अनुसार 692 बोअरवेल, 3 हजार 329 हैंडपंप, 172 विद्युत पंप तथा 2 हजार 387 कुएं ऐसे विविध जलस्त्रोत उपलब्ध है.