अमरावती/ दि.9 – बदलते समय के साथ ही मानव समाज की सोच-विचार में भी बदलाव आ रहा है. अमरावती जिले में बीते 5 साल के दरमियान एक हजार लडकों के पीछे लडकियों की संख्या में आशाजनक बढोत्तरी हुई है. यह संख्या 1090 होने की जानकारी राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण रिपोर्ट में दी गई है, मगर इसके साथ ही भागदौड और तनावपूर्ण जिंदगी में पुरुषों की तुलना में ब्लड प्रेशरवाली महिलाओं की संख्या में इजाफा हुआ है. लडकों की तुलना में लडकियों की संख्या बढी है, मगर जिले में एक हजार पुरुषों के पीछे महिलाओं की संख्या अभी भी 994 तक पहुंची है.
राष्ट्रीय परिवार सर्वेक्षण की 5वीं रिपोर्ट हाल ही में प्रकाशित हुई है. इस रिपोर्ट के अनुसार जिले में फिलहाल की स्थिति में 6 वर्ष से अधिक आयु रहने वाले 86.2 फीसदी बच्चियां विद्यालय, महाविद्यालय में शिक्षा ले रही हैं. यह प्रति 5 वर्ष पहले यह 83 फीसदी था. फिलहाल जिले में महिलाओं की साक्षरता का प्रतिशत 87.8 फीसदी है. फिलहाल 20 से 24 आयु रहने वाली महिलाओं में 9.8 फीसदी महिलाओं का विवाह उम्र के 18 तथा इससे भी कम उम्र में हुआ है.
10.3 प्रतिशत महिलाएं टायबीटीज से ग्रसित
जिले में 10.3 प्रतिशत महिलाएं तथा 13.1 प्रतिशत पुरुष शुगर पीडित है. रक्त में शुगर को नियंत्रित रखने के लिए उन्हें नियमित दवाईयां लेनी पड रही है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं पर तनाव अधिक कारगर साबित हो रहा है. महिलाओं में रक्तदाब की समस्या बढ रही है.
अभी भी 0.9 प्रतिशत घरों में अंधेरा
सर्वेक्षण में बताया गया है कि जिले में 99.1 फीसदी घरों में बिजली पहुंच चुकी है. 5 वर्ष पहले यह 93 फीसदी थी. जिले में अभी भी शतप्रतिशत घरों में बिजली नहीं पहुंच सकी. जिले में अभी 4.2 फीसदी नागरिकों को शुध्द पेयजल से वंचित रहना पड रहा है. बीते 5 वर्षों में इन सभी मूलभूत सुविधाओं में विशेष सुधार नहीं हुआ. 5 वर्ष के बाद सिर्फ 95.8 फीसदी नागरिकों को शुध्द पानी मिल रहा है.