अमरावती/दि.2 – वर्तमान काल में कामकाज को लेकर तनाव होने की वजह से मानसिक रोगियों की संख्या दिनों दिन बढ रही है. मानसिक रोग से ग्रस्त मरीजों को डिप्रेशन से निकालने के साधन सीमित है. तथा मानोसपचोर क्षेत्र में कार्य करने वालों की भी संख्या कम है. 10 हजार नागरिकों के पीछे एक मानसिक रोगतज्ञ की आवश्यकता है.
लॉकडाउन काल में पिछले कुछ महीनों से सभी कामकाज बंद होने की वजह से लोग घरों में ही थे. रोजगार के साधन ठप्प पड गए थे. अनेक लोग बेरोजगार हो गए थे. जिसमें बरोजगारी के चलते अनेक लोग मानसिक तनाव बढ जाने की वजह से मानसिक रोग का शिकार हो गए थे. जिले में मानसिक रोगियों की तुलना में मानसिक उपचार विशेषज्ञों की संख्या कम है. जिला सामान्य अस्पताल में मानसिक रोग कक्ष में हर रोज 30 से 40 मानसिक रोगी उपचार के लिए आते है. यहां सिर्फ दो से तीन मानसिक रोगतज्ञ कार्यरत है और मरीजों संख्या ज्यादा है.