अमरावती

‘लालपरी’ में बढने लगी यात्रियों की संख्या

यात्री परिवहन में अमरावती आगार है सबसे आगे

अमरावती/दि.8– विगत पांच माह से चली आ रही एसटी कर्मियों की हडताल और लगभग खत्म होने में है. हालांकि हडताल खत्म होने से पहले ही रापनि के कई कर्मचारी काम पर लौटने शुरू हो गये है और काम पर लौटे कर्मचारियों के जरिये लंबे समय तक ठप्प पडी रापनि की बस सेवा को एकबार फिर पहले की तरह धीरे-धीरे बहाल किया जा रहा है. ऐसे में अब एक बार फिर सडकों पर रापनि की ‘लालपरी’ यानी एसटी बसें दौडती दिखाई दे रही है. जिन्हेें यात्रियों का भी बेहतरीन प्रतिसाद मिल रहा है. जिसके चलते लंबे समय तक सन्नाटे से भरे रहे एसटी आगारों में अब एक बार फिर यात्रियों की आवाजाही दिखाई देने लगी है. साथ ही बढती यात्री संख्या के चलते रापनि की आय भी दिनोंदिन बढ रही है.
बता दें कि, राज्य परिवहन निगम को सरकारी सेवा में शामिल किये जाने की मांग को लेकर एसटी कर्मियों द्वारा नवंबर माह से अनिश्चितकालीन हडताल करनी शुरू की गई थी. जिसके उपरांत राज्य सरकार द्वारा रापनि कर्मियों को वेतन वृध्दि देने की पेशकश करते हुए उनसे काम पर लौट आने का आवाहन किया गया था. साथ ही इसके बावजूद हडताल पर अडे रहनेवाले रापनि कर्मियों के खिलाफ निलंबन व निष्कासन की कार्रवाई करनी भी शुरू की गई. जिसके उपरांत यांत्रिक व प्रशासकीय विभागों के कर्मचारियों सहित कई वाहक व चालक काम पर वापिस भी लौटे. किंतु अधिकांश कर्मचारी हडताल पर अडे रहे. साथ ही साथ विलीनीकरण की मांग और हडताल को लेकर मुंबई हाईकोर्ट में सुनवाई भी जारी रही. इस दौरान हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित त्रिसदस्यीय समिती ने भी अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि, राज्य परिवहन निगम का सरकारी सेवा में विलीनीकरण करना संभव नहीं है और विगत दो दिनों के दौरान हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने भी रापनि कर्मियों को आगामी 22 अप्रैल तक हडताल खत्म करते हुए काम पर लौट आने का निर्देश दिया है. साथ ही साथ इससे पहले राज्य सरकार ने भी रापनि कर्मियों को हडताल खत्म करने के लिए 31 मार्च की ‘डेडलाईन’ दी थी. जिसके चलते 1 अप्रैल को कई कर्मचारी काम पर लौटने शुरू हो गये थे. वहीं दूसरी ओर रापनि बसों की सेवा बहाल करने हेतु रापनि के अमरावती विभाग में 50 निजी चालकों को काम पर रखा गया है. जिनके जरिये अमरावती, बडनेरा, दर्यापुर, परतवाडा, चांदूर बाजार, मोर्शी, वरूड व चांदूर रेल्वे इन आठ आगारों से 156 फेरिया शुरू है. जिनके जरिये अब रोजाना 21 हजार से अधिक यात्री एक स्थान से दूसरे स्थान की यात्रा कर रहे है. जिनसे रापनि को अच्छी-खासी आय हो रही है. इसमें भी अमरावती आगार यात्री संख्या की आय के मामले में सबसे आगे है.

* आंतरजिला बस सेवा भी हुई शुरू
चूंकि अब हडताल खत्म करते हुए कई कर्मचारी काम पर लौटने लगे है. जिसके चलते अमरावती आगार द्वारा नागपुर, अकोला व यवतमाल के लिए भी बस सेवा शुरू कर दी गई है. साथ ही जल्द ही लंबी दूरीवाले मार्गों पर भी रापनि की बस सेवा शुरू करने का नियोजन किया जा रहा है. सर्वाधिक यात्री संख्या रहनेवाले नागपुर, वरूड व मोर्शी रूट पर इस समय पूरा दिन बसें चलायी जा रही है.

कर्मचारियों की उपलब्धता बढ जाने के चलते अब प्रत्येक आगार से छोडी जानेवाली बसों की संख्या को भी बढा दिया गया है. साथ ही रापनि की बसों को यात्रियों का भी अच्छा-खासा प्रतिसाद मिल रहा है. इस समय रोजाना अमरावती विभाग में औसतन 21 हजार से अधिक यात्री रापनि बसों से यात्रा कर रहे है. यदि जल्द ही और भी कर्मचारी काम पर लौट आते है, तो सभी आगारों से अतिरिक्त बसें छोडने का नियोजन भी किया जायेगा.
– श्रीकांत गभने
विभाग नियंत्रक

आगारनिहाय फेरियां व यात्री संख्या
आगार         फेरियां       यात्री संख्या
अमरावती     100            4,497
बडनेरा           34             1,561
परतवाडा        71            2,456
वरूड              43             2,208
चांदूर रेल्वे     58             2,359
दर्यापुर          66             2,742
चांदूर बाजार  62            2,445
मोर्शी             60           2,777
कुल              494         21,045

 

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