जिले में अल्प भूधारकों की संख्या बढी
परिवारों में सदस्य बढने व हिस्सा बटवारा होने से बनी स्थिति
अमरावती /दि.16– जिले की अर्थव्यवस्था काफी हद तक खेती किसानी पर आधारित है और अधिकांश परिवारों का उदरनिर्वाह खेतीबाडी के जरिए ही होता है. वहीं दूसरी ओर जिले में प्रतिव्यक्ति भूधारणा कम हो रही है और परिवारों का विस्तार होने के चलते किसी समय जमींदार रहने वाले परिवार अब एकड पर आ गए है तथा परिवार के सदस्य एकड से गुंठे पर आ गए है. जिसके चलते जिले में अत्यल्प व अल्पभूधारकों की संख्या बढ गई है. इस समय
फिलहाल जिले में 3.75 लाख अल्पभूधारक किसान रहने की जानकारी हैै. वहीं जिले में 4 लाख 95 हजार 520 खाताधारक किसान है. जिनके पास 18 लाख 53 हजार 724 हेक्टेअर कृषि जमीन है. उसके परिवार में सदस्य संख्या बढने के चलते 2 हेक्टेअर से अधिक खेत रहने वाले 1.20 लाख नागरिकों की संख्या प्रतिवर्ष घट रही है. जिसकी तूलना में अल्पभूधारक किसानों की संख्या 1.90 लाख व अत्यल्प भूधारक किसानों की संख्या 1.84 लाख विभक्त परिवार पद्धति में खेती के विभाजन की वजह से अल्पभूधारकों की संख्या प्रतिवर्ष बढ रही है.
विशेष उल्लेखनीय है कि, जिले में खरीफ व रबी के कृषि क्षेत्र सहित फल बागान व बंजर मिलाकर कुल 18.53 लाख हेक्टेअर कृषि क्षेत्र है. वहीं इन दिनों शहर एवं बडे गांवों के आसपास स्थित खेतों को बडी तेजी के साथ अकृषक किया जा रहा है.
* गांव व शहर विकसित, खेत हो रहे अकृषक
अमरावती महानगर सहित तहसील मुख्यालय वाले शहर तथा तहसीलों के बडे गांवों में रिहायशी क्षेत्र लगातार बढ रहा है. जिसके चलते गांव के पास जमीनें अकृषक हो रही है. इस वजह से कृषि क्षेत्र का प्रमाण घट रहा है.
नये रास्ते, महामार्ग व प्रकल्पों के विकास हेतु जमीन आवश्यक होती है. जिसके लिए अक्सर ही कृषि योग्य भूमि का संपादन किया जाता है. इस वजह से भी किसानों की भूधारणा कम हो रही है.
* ऐसी है जिलानिहाय किसान संख्या
कुल किसान संख्या 4,15,521
5 हेक्टेअर से अधिक जमीनवाले 1,20,341
अत्यल्प भूधारक किसान 3,75,179
* जिले में है 4,95,529 खाताधारक किसान
दर्यापूर, मोर्शी व वरुड तहसील में सर्वाधिक खाताधारक किसान
धारणी 20,182
चिखलदरा 12,626
अचलपुर 82,334
चांदूर बाजार 38,775
मोर्शी 45,712
वरुड 43,313
अमरावती 35,921
तिवसा 30,633
चांदूर रेल्वे 44,031
धामणगांव रेल्वे 28,495
नांदगांव खंडे. 36,183
दर्यापुर 49,325
अंजनगांव सुर्जी 36,533