अमरावती

बढने लगी ‘सेक्सटॉर्शन’ के जाल में फंसनेवालों की संख्या

बदनामी के भय से लोग नहीं कराते शिकायत

  • ब्लैकमेल कर पैसे कमाने का गोरखधंधा शुरू

  • सोशल मीडिया का प्रयोग हो सावधानीपूर्वक

  • युवाओें के साथ ही बुजुर्ग भी हो रहे ‘सेक्सटॉर्शन’ का शिकार

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२८ – इन दिनों सोशल मीडिया लगभग सभी लोगों के जीवन का अविभाज्य घटक हो गया है और लोग काफी हद तक सोशल मीडिया के आदि हो चुके है. वहीं उनकी इस आदत का फायदा साईबर अपराधियों द्वारा लिया जा रहा है. इससे पहले झटपट पैसा कमाने के लिए साईबर अपराधियों द्वारा कई तरह के तरीकों का प्रयोग किया जाता था. वहीं अब साईबर अपराधियों ने ‘सेक्सटॉर्शन’ के जरिये ब्लैक करते हुए धनउगाही करने का धंधा शुरू किया है. इस समय कई लोग ‘सेक्सटॉर्शन’ के जाल में फंसे हुए है और इसमें से कई लोगों ने बदनामी के डर की वजह से पुलिस में कोई शिकायत तक नहीं की है. जिससे साईबर अपराधियों के हौसले बेहद बुलंद है. सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि, इस ‘सेक्सटॉर्शन’ में युवाओं के साथ-साथ कई प्रौढ एवं बुजुर्ग नागरिक भी फंस चुके है. ऐसे में यह बेहद जरूरी हो चला है कि, सोशल मीडिया का प्रयोग करते समय काफी सावधानी बरती जाये तथा किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा दिये जानेवाले झांसे में न आया जाये.
इस संदर्भ में साईबर पुलिस द्वारा विस्तार के साथ जानकारी देते हुए बताया गया है कि, आखिर किसी भी आम व्यक्ति को ‘सेक्सटॉर्शन’ के तहत कैसे फांसा जाता है. इसके तहत उनके सोशल मीडिया अकाउंट को सबसे पहले किसी अनजान द्वारा हाय अथवा हैलो का संदेश भेजा जाता है और खुद को युवती बताते हुए बातचीत व चैटिंग को आगे बढाया जाता है. हकीकत में यह फेंक अकाउंट होता है. जिसके जरिये आगे चलकर मोबाईल नंबर व वॉटसऍप नंबर मांगा जाता है और नंबर दिये जाते ही तुरंत मोबाईल पर वीडियो कॉल आती है. उस समय कॉल करनेवाले व्यक्ति का चेहरा दिखाई नहीं देता, बल्कि उसकी केवल आवाज आती है, जो किसी महिला की होती है. वहीं इस कॉल की वीडियो रिकॉर्डिंग भी शुरू रहती है. इस समय जिस व्यक्ति को कॉल किया गया है, उससे बेहद अश्लील भाषा में बातचीत की जाती है. साथ ही उससे कुछ अश्लील कृत्य करने हेतु कहा जाता है. इस समय कई लोग यह सोचते है कि, कॉल करनेवाली कोई महिला या युवती है तथा वे बिना कुछ सोचे-समझे मोबाईल फोन कैमेरा के सामने कई अश्लील कृत्य करने लगते है. इस दौरान उनकी सारी हरकते वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिये कैद हो चुकी रहती है. साथ ही उनके चेहरे का फोटो भी कॉल करनेवाले व्यक्ति के पास होता है. जिसका मॉर्फींग के जरिये गलत इस्तेमाल किया जा सकता है. वीडियो कॉल बंद होने के बाद कुछ ही मिनट के भीतर संबंधित व्यक्ति से पैसों की मांग की जाती है और पैसे देने से इन्कार करने पर उसे उसका ही मॉर्फिंग के जरिये तैयार किया गया अश्लील वीडियो भेजा जाता है और उसे धमकी दी जाती है कि, यदि पैसे नहीं दिये तो यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जायेगा. ऐसे में बदनामी के भय से पीछा छुडाने और जान बचाने हेतु कई लोग पैसे दे देते है. किंतु यहां से एक के बाद एक फोन आने शुरू होते है. जिसमें कोई खुद को साईबर पुलिस बताता है, तो कोई खुद को यूट्यूब का अधिकारी बताता है और अश्लील वीडियो को वायरल होने से रोकने हेतु लगातार पैसों की मांग की जाती है. जिसके चलते इस जाल में फंसनेवाला व्यक्ति पूरी तरह से कंगाल भी हो सकता है. इसी को इन दिनों ‘सेक्सटॉर्शन’ कहा जाता है.

  • कॉल के दौरान केवल चेहरा दिखने पर ही बन जाता है अश्लील वीडियो

पता चला है कि साईबर अपराधियों द्वारा जो वीडियो कॉल की जाती है, उसे उठाने के बाद साईबर अपराधियों को कॉल रिसिव करनेवाले का चेहरा दिखाई देता है. यदि इसके बाद संबंधित व्यक्ति द्वारा साईबर अपराधियों की ओर से कहा गया अश्लील कृत्य नहीं किया गया तथा कॉल बीच में ही काट दी गई, तो भी कॉल के शुरूआत में दिखाई दिये चेहरे की वीडियो रिकॉर्डिंग का प्रयोग करते हुए अश्लील वीडियो तैयार कर लिया जाता है. जिसके जरिये ब्लैकमेलिंग की जाती है. ऐसे में सबसे बेहतर यहीं है कि, अनजान नंबरों से आनेवाले वीडियो कॉल नहीं उठाये जाये. साईबर विशेषज्ञों के मुताबिक ‘सेक्सटॉर्शन’ को अंजाम देनेवाली साईबर अपराधियों की अधिकांश टोलियां राजस्थान के भरतपुर एवं अलवार जिले के डिग परिसर की है.

  • सुरक्षित रहने हेतु भी उपाय जरूरी

‘सेक्सटॉर्शन’ सहित अन्य साईबर अपराधों में फंसने से बचने हेतु बेहद जरूरी है कि, किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ चैटिंग न करे तथा अपने फेसबुक अकाउंट पर अपना मोबाईल नंबर भी न रखे. हमेशा टूस्टेप वेरिफिकेशन करे और किसी अनजान व्यक्ति की फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट को स्वीकार न करे. यदि चैट करते भी है, तो खुद के नितांत निजी फोटो अथवा जानकारी न भेजे. इस पध्दति से सोशल मीडिया का प्रयोग करने पर आप पूरी तरह से सुरक्षित रह सकते है. इस आशय की जानकारी साईबर पुलिस स्टेशन के एपीआई रविंद्र सहारे द्वारा दी गई है.

  • अब तक 15 से 20 शिकायतेें प्राप्त

हमारे पास अब तक ‘सेक्सटॉर्शन’ मामले में आर्थिक लूट होने की दो से तीन शिकायतें प्राप्त हुई है. वहीं विगत कुछ माह के दौरान ‘सेक्सटॉर्शन’ को लेकर 15 से 20 लोगों द्वारा शिकायत दर्ज करायी गई है. यदि कोई साईबर अपराधी आपके साथ ‘सेक्सटॉर्शन’ करने की कोशिश कर रहा है, तो तत्काल संबंधीत व्यक्ति का नंबर ब्लॉक करे और इंटरनेट बंद कर दे. साथ ही इसकी जानकारी तुरंत ही साईबर पुलिस को दे.
– सीमा दातालकर
पुलिस निरीक्षक, साईबर पुलिस स्टेशन

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