नुटा के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण रघुवंशी पर संशोधन चोरी का आरोप
डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने कुलगुरु से की शिकायत

अमरावती /दि. 13– संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ के व्यवस्थापन परिषद सदस्य, नुटा के अध्यक्ष तथा ब्रिजलाल बियानी महाविद्यालय के रसायनशास्त्र विभाग प्रमुख डॉ. प्रवीण रघुवंशी के खिलाफ संशोधन चोरी का गंभीर आरोप लगाया गया है, जिसे लेकर संगाबा अमरावती विद्यापीठ के पूर्व रसायनशास्त्र विभाग प्रमुख डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा कुलगुरु डॉ. मिलिंद बाराहाते के पास शिकायत दर्ज कराई गई है. वहीं दूसरी ओर प्रा. डॉ. प्रवीण रघुवंशी ने अपने खिलाफ हुई शिकायत से अनभिज्ञता दर्शाते हुए खुद पर लगे संशोधन चोरी के आरोप को सिरे से खारिज किया है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक संगाबा अमरावती विद्यापीठ के रसायनशास्त्र विभाग प्रमुख पद से निलंबित रहनेवाले प्रा. डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने कुलगुरु के पास दर्ज कराई गई शिकायत में कहा है कि, प्रा. डॉ. प्रवीण रघुवंशी के खिलाफ संशोधन साहित्य चोरी, फर्जी डेटा प्रस्तुतिकरण व अप्रमाणित शैक्षणिक गुणांकन (एपीआय स्कोर) में जालसाजी के मामले पुनरावलोकन समिति की रिपोर्ट में उजागर हुए है. यह रिपोर्ट कुलगुरु सहित ब्रिजलाल बियानी विज्ञान महाविद्यालय के प्राचार्य के पास भी पेश की जा चुकी है. जिसे लेकर सघन जांच की जानी चाहिए. डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा लगाए गए आरोप के मुताबिक डॉ. रघुवंशी ने अपने पीएचडी विद्यार्थी के संशोधन कार्य की जानकारी का गलत तरीके से प्रयोग करते हुए उसे अपने नाम पर प्रकाशित किया और फर्जी संशोधन करते हुए प्रतिष्ठा हासिल की. ऐसे में डॉ. रघुवंशी द्वारा किए गए कृत्य की जांच करते हुए उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए.
* प्रा. डॉ. राजेंद्र प्रसाद द्वारा किस तरह की शिकायत की गई है, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है और मैने उस शिकायत को अब तक पढा भी नहीं है. ऐसे में उस शिकायत पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकता हूं. लेकिन मैने अपना काम नियमानुसार व प्रामाणिकता के साथ किया है और मेरे द्वारा दी गई संशोधन रिपोर्ट को विशेषज्ञों द्वारा जांचे जाने के बाद बराबर पाया गया और इसके बाद ही उन पेपर्स को प्रकाशित किया गया.
– प्रा. डॉ. प्रवीण रघुवंशी
अध्यक्ष, नुटा.