दो सीटों के साथ नूटा विद्यापीठ चुनाव में आगे
सिनेट पर मनीषा कोडापे और विद्या परिषद पर सविता केने निर्विरोध
अमरावती/दि.29- संत गाड़गेबाबा अमरावती विद्यापीठ के सिनेट चुनाव के लिये शुक्रवार की देर रात तक चली नामांकन प्रक्रिया के बाद घोषित हुई उम्मीदवारों की सूची के मुताबिक सिनेट के विद्यापीठ शिक्षक अनुसूचित जनजाति की आरक्षित सीट के लिये मनीषा कोडापे का एक ही नामांकन दाखिल होने से तथा विद्या परिषद के महिला संवर्ग की एक सीट के लिये सविता केने की प्रतिद्वंदी तनुजा राऊत का नामांकन अवैध ठहराये जाने से इन दोनों सीटों के चुनाव निर्विरोध हुए हैं. दोनों विजयी उम्मीदवार नूटा संगठन के हैं. नूटा ने सिनेट और विद्या परिषद चुनाव में इस बार चुनाव के पूर्व ही बढ़त ली है.
अमरावती विद्यापीठ परिक्षेत्र के पूर्व विधायक बी.टी. देशमुख के नेतृत्व वाली नूटा संगठना को सबसे मजबूत संगठन के रुप में देखा जाता है. शुक्रवार की देर रात तक चली नामांकन जांच प्रक्रिया के दौरान पदवीधर (स्नातकोत्तर) निर्वाचन क्षेत्र के एक नामांकन को छोड़कर नूटा संगठन के सभी उम्मीदवारों के नामांकन वैध ठहराये गए हैं. साथ ही दो महत्वपूर्ण सीट चुनाव के पूर्व ही नूटा ने हासिल कर लिये हैं. इसमें विद्यापीठ शिक्षक प्रतिनिधि निर्वाचन क्षेत्र की अनुसूचित जनजाति की आरक्षित सीट के लिये नूटा की तरफ से डॉ.मनीषा कोडापे का नामांकन दाखिल किया गया था. विरोधियों को इस सीट के लिये उम्मीदवारी न मिलने से यह सीट चुनाव के पूर्व ही नूटा के खाते में आ गई है. साथ ही विद्या परिषद के लिये आंतर विद्याशाखा के दो शिक्षक प्रतिनिधियों की महिला आरक्षित एक सीट के लिये नूटा की उम्मीदवार सविता केने सहित प्रा. तनुजा राऊत का नामांकन दाखिल किया गया था. लेकिन गलत जगह नामांकन दाखिल किये जाने से तनुजा राऊत का नामांकन चुनाव निर्णय अधिकारी ने अवैध ठहराया है. इस कारण नूटा की सविता केने विद्या परिषद पर निर्विरोध निर्वाचित हुई हैं. वैध उम्मीदवारों की सूची विद्यापीठ की तरफ से आज प्रकाशित की गई है. अब केवल जीत की औपचारिकता शेष है. नूटा संगठन द्वारा पिछले सिनेट चुनाव में 70 प्रतिशत सीटों पर जीत हासिल की गई थी तथा व्यवस्थापन परिषद पर भी उम्मीदवार निर्वाचित हुए थे. इस बार भी उससे अधिक सीटें अधिक अंतर से जितने का विश्वास नूटा के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण रघुवंशी ने व्यक्त किया है.