अमरावती/दि.12 – गले में नायलॉन मांजा अटकने की वजह से एक पक्षी के नवजात बच्चे की बुरी तरह से तडपकर मौत हो गयी. अभी इस बच्चे की आंख भी सही ढंग से नहीं खुली थी और नायलॉन मांजे की वजह से उसकी जान चली गयी.
बता दें कि, चायनीज मांजा कहे जाते नायलॉन मांजे की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है, लेकिन इसके बावजूद शहर में बडे धडल्ले के साथ चायनीज मांजे की बिक्री होती है और इस मांजे की वजह से अब तक कई हादसे घटित होकर कई लोग घायल भी हुए है. जानकारी के मुताबिक स्थानीय अर्जूननगर परिसर स्थित एक घर के प्रांगण में तीन वर्ष पहले इंडियन रॉबीन प्रजाति के पक्षी द्वारा अपना घोसला बनाया गया और घोसले को गर्म व नर्म रखने के लिए प्रति वर्ष पक्षी का यह जोडा अपने चोच में कपास, घास व अन्य साहित्य सहित धागे को उठाकर लाता है और घोसले को तैयार करता है. इससे पहले लगातार दो वर्ष परिसरवासियों ने इस घोसले में पक्षी द्वारा अंडे दिये जाने और उन अंडों से नन्हें पक्षियों के निकलने का आनंदोत्सव अनुभव किया है. इस बार भी लगातार तीसरे बार मादा पक्षी द्वारा इस घोसले में अंडे दिये गये. जिसमें से छोटे-छोटे पक्षियों का जन्म हुआ. जिनकी चहचहाहट से यह परिसर आबाद हो गया था. किंतु गत रोज यहां एक दु:खद घटना घटित हुई, जब घोसले के बाहर एक नन्हा पक्षी हवा में अधांतर लटका पाया गया. पास जाकर देखने पर पता चला कि, इस नन्हें पक्षी की चोच और गले के चारों ओर चायनीज मांजा लिपटा हुआ है. जिसकी वजह से उसकी जान चली गई. घोसला बनाते समय मादा पक्षी ने कहीं से यह चायनीज मांजा उठा लाया था, जो उसके ही बच्चे की चोच में अटक गया. इस मांजे का एक सिरा घोसले के साथ बेहद मजबूती से जुडा हुआ था. ऐसे में मांजे में फंसे नन्हें पक्षी की चोंच इसमें फंसने के बाद उसकी दम घुटने से मौत हो गयी. इस नन्हे पक्षी की मौत से जहां परिसरवासी दु:खी हुए है, वहीं मादा पक्षी भी काफी देर तक विलाप करती दिखी.