अमरावती / दि. ५- भाजपा सरकार द्वारा पशु गणना की जा रही है, किंतु ओबीसी की जातिनिहाय जनगणना न करना यह ओबासी समाज का सबसे बड़ा अपमान है. इस अपमान के खिलाफ राष्ट्रीय पिछडा वर्ग ओबासी मोर्चा द्वारा चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जा रहा है. इसी श्रृंखला में बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया गया. यह आंदोलन देश के ३१ राज्य के ५६३ जिले में शुरु है. इसी कड़ी में अमरावती में धरना प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया गया. ज्ञापन में की गई मांगों में ओबीसी की जातिनिहाय जनगणना करें, ईवीएम घोटाला की जांच, किसानों के लिए एमएसपी गारंटी कानून बनाएं, पुरानी पेंशन योजना लागू करें, आदि सहित अनेक मांगों का समावेश है. ओबीसी की जातिनिहाय जनगणना करें अन्यथा उग्र आंदोलन छेडेंगे यह चेतावनी ज्ञापन में दी गई. आंदोलन में राष्ट्रीय पिछडा वर्ग ओबीसी मोर्चा के राज्य महासचिव प्रा.विवेक कडू, जिलाध्यक्ष सुनील डहाके, राजू बोंडे, ज्ञानेश्वर टाले, गजाननराव बोंडे, एड.सुनील डोंगरदिवे, भारती कडू, सुषमा कांबले, प्रीतिताई, सुखदेवे, सोनल ढोकणे, बेरोजगार मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष संदेश कांबले, सचिन मोहोड, राहुल मोहोड, अमित लांजेवार, एड.अशोक रोडे, छत्रपति कटकतलवारे, प्रशांत वाटाणे, राष्ट्रीय किसान मोर्चा के बाबा मोहोड, निलेश पारवे, संतोष कौतिककर, सुधाकर टोकसे, विठ्ठलराव चौधरी, नाजुकराव पुंडकर, हिम्मत वरघट, संतोष धंदर, गजानन ठाकरे, श्रीधर मंगले, वंदना गोंडाणे, रंजना चव्हाण, प्रकाश साबले आदि शामिल हुए.