अमरावती में पांचों जिले के अधिकारियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण
अमरावती/ दि. 29- दुर्घटना का जब तक निदान नहीं होता तब तक उस पर इलाज करना संभव नहीं. इसीलिए दुर्घटना का तकनीकी तरीके से निरीक्षण करना जरूरी है. इसके लिए अधिकारियों को स्थानीय स्तर पर जाकर प्रशिक्षित करने पर जोर दिया जा रहा है, ऐसा प्रतिपादन राज्य के परिवहन उपायुक्त (रास्ता सुरक्षा) भरत कलसकर ने व्यक्त किया.
अमरावती प्रादेशिक परिवहन कार्यालय द्बारा दुर्घटना की जांच करने के लिए इसी तरह तकनीकी, वैज्ञानिक विश्लेषण के लिए अमरावती प्रादेशिक परिवहन कार्यालय के सभागृह में परिवहन विभाग, पुलिस विभाग, राज्य महामार्ग यातायात शाखा, सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग के अकोला, यवतमाल, वाशिम, बुलढाणा व अमरावती के अधिकारियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण लिया गया. इस समय वे बोल रहे थे. आगे उन्होंने कहा कि दुर्घटना का तकनीकी तरीके से विश्लेषण कर दुर्घटना हकीकत में किस वजह से हुई. इसका कारण खोजते आना चाहिए. जिससे दुर्घटना रहित रास्ते देखने को मिलेंगे. इस समय प्रादेशिक परिवहन अधिकारी राजाभाउ गिते, उप प्रादेशिक परिवहन अधिकारी राज बागरी प्रसाद गांजरे, ज्ञानेश्वर हिरडे, जयश्री दुतोंडे, प्रशिक्षक भुवनेश अलवार प्रमुख रूप से उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन व आभार प्रदर्शन मोटर वाहन निरीक्षण पल्लवी दौड ने किया.