अमरावतीमहाराष्ट्र

एसटी कर्मचारियों के वेतन में आ रही रुकावटे

यात्री कर की 780 करोड की रकम भरने की शर्त

अमरावती/दि.08– महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन महामंडल के कर्मचारी व अधिकारियों को हर महिने की 7 तारीख को वर्षो से वेतन मिलता था. मगर विगत कुछ महिनों से हडताल व कोरोना के बाद कभी भी समय पर वेतन नहीं मिला है. साथ ही इस महिने की 10 तारीख होने पर भी अभी तक वेतन मिलेगा की नहीं ऐसा आशंका जताई जा रही है. एसटी महामंडल ने प्रवासी कर के 780 करोड रुपये पहले शासन को भरे जाए फिर वेतन को कम पडने वाली रकम देगें. इस तरह की बात शासन की ओर से कही जाने की जानकारी महाराष्ट्र एसटी कर्मचारी कॉग्रेस के महासचिव श्रीरंग बरगे ने दी है.

वेतन को व खर्च को कम पडने वाली रकम एसटी को हर महिने देगें. ऐसी लेखी आश्वासन लंबे समय तक चली हडताल के बाद शासन व्दारा बनाई गई त्रिसदस्यीय समिती व्दारा उच्च न्यायालय में दी गई थी. मगर उसमें हर महिने में कुछ न कुछ कारण से रुकावट लाने का काम सरकारी अधिकारी करने का आरोप किया जा रहा है. विगत देड वर्ष से यात्री कर का देय रहने पर 780 करोड रुपयों की रकम शासन को तत्काल भरे अन्यथा इस महिने शासन की तरफ से अर्थसहाय नहीं दिया जाएगा. ऐसी शर्त लगाई गई है. जिसके कारण वेतन व अन्य खर्च में कमी रहने पर निधी की मांग शासन से की जा रही है. आयी हुई फाइल एसटी के पास वापस भेज दी गई है. जिसके कारण इस महिने का वेतन कर्मचारियों को कैसे दे? यह सवाल महामंडल के सामने निर्माण हो रहा है. उच्च न्यायालय में शासन ने खर्च को कम करने वाली सभी रकम हर महिने देगें. ऐसा भी स्पष्ट कबूल किया था. मगर ऐसे गैर लागू मुद्दों क सामने लाया जा रहा है. यात्री कर यह रकम भी खर्च में कम पडने वाली रहने पर यह रकम भी शासन की ओर से दी जानी चाहिए. या शासन व्दारा खुद ही उस काते में सीधे बांटना चाहिए. मगर सरकारी अधिकारी हमेशा ही कुछ न कुछ अडंगे निर्माण कर रहे है. ऐसा आरोप बरगे ने लगाया.

* इस बार वेतन आने में होगी देरी
हर महिने के 7 तारीख को एसटी कर्मचारियों को वेतन दिया जाता है. मगर विगत महिने से घोषित तारीख में वेतन न हाने से कर्मचारियों की आर्थिक परेशानी बढ गयी है. इसी तरह यात्री कर के 780 करोड रुपये पहले शासन को भरे फिर वेतन की रकम देगें. ऐसी रुकावटे शासन की ओर से डाली जा रही है. जिसके कारण इस महिने वेतन लंबित होने की आशंका निर्माण हो रही है.

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