36 रिक्शा चालकों को स्वयं के मालिकी की अर्पण
राष्ट्रसंत नम्रमुनि महाराज साहेब के सानिध्य में परम करुणा महोत्सव
अमरावती /दि.20– राष्ट्रसंत परम गुरुदेव श्री नम्रमुनि महाराज साहेब इस दुनिया में जीने वाले अनेकानेक नि:सहाय जीवों का सहारा बने,अनेकों को मुसीबत में देखकर उनके चेहरे पर मुस्कान लानेवाले, अनेकों के आंसुओं को आनंद में परिवर्तित करने का सफल पुरुषार्थ करने वाले, मानवता के मसीहा राष्ट्रसंत परम गुरुदेव श्री नम्रमुनि महाराज साहेब के सानिध्य में राजकोट के प्रांगण में 19 जनवरी 2025 को परम कल्याण महोत्सव मनाया गया।मातुश्री कंचनबेन रमणीकलाल शेठ परिवार के प्रांगण से प्रारंभ हुई अनेक विविधताओं से सुशोभित भव्य शोभायात्रा,जिन शासन और गुरुवर्यों की जय-जयकार गुंजाते हुए डुंगर दरबार में पहुंचते ही धर्म सभा में परिवर्तित हो गई.
इस अवसर पर परम गुरुदेव ने फरमाया कि, स्वार्थ केरोसिन जैसा होता है जहां गिरता है वहां आग लग जाती है और परमार्थ घी जैसा होता है जहां गिरता है वहां दिया जल जाता है. यदि आज आप किसी को सहायता की उंगली देते हैं, तो सहाय पानेवाला कल किसी को हाथ देगा. परम करुणा महोत्सव की यशकलगी समान आत्मनिर्भर अभियान अंतर्गत अर्हम युवा सेवा ग्रुप द्वारा साधार्मिक भाईयों को आत्मनिर्भर बनानें राजकोट, वेरावल, अहमदाबाद, मुंबई में अनेक ऑटो रिक्शा अर्पण करने के बाद राजकोट में फिर एक बार 36 साधार्मिक भाईयों को रिक्शा अर्पण की गई. इसी के साथ ही रोटरी मिडटाउन के सहयोग से ’अर्हम रोटरी मिडटाउन स्वाश्रय केंद्र’ ढेबर रोड पर खोला जाएगा, जिसके उद्घाटन की घोषणा हुई, इस सेवा प्रकल्प द्वारा अनेक बहनों को समाज कल्याण के रूप में व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा. राष्ट्रसंत परम गुरुदेव प्रेरित अर्हम युवा सेवा ग्रुप और लुक एन लर्न जैन ज्ञान धाम से जुड़े हुए युवाओं, दीदीयों, बालकों और उनके परिवार जनों के लिए राजकोट में परम मेडिकल सेवा का प्रारंभ किया गया. इसी के साथ राष्ट्रसंत परम गुरुदेव की प्रेरणा से होने वाले अनेकानेक मानवता और जीवदया के कार्यों की अनुमोदना एवं सत्कार्यों की श्रृंखला में अनेक नये सत्कार्यों की उद्घोषणा होते ही वातावरण हर्षोल्लासित हो गया. इस अवसर पर लुक एन लर्न के छोटे-छोटे बालकों की नृत्य प्रस्तुति उसी तरह अर्हम युवा सेवा ग्रुप के युवाओं ने और पारसधाम युथ के बालकों ने गुरुदेव की प्रेरणा से चलते सेवा प्रकल्पों में सेवा अर्पण करने का अवसर देने की उपकार अभिव्यक्त की. इसी के साथ समग्र राजकोट के उपस्थित श्री संघ प्रतिनिधियों द्वारा परम गुरुदेव को राजकोट में ज्यादा समय की स्थिरता देने की विनंती की गई. जीवन की हर सांस में करुणा को स्पंदित रखना है इस संकल्प के साथ उद्घघोषित प्रकल्पों की अनुमोदना एवं स्वयं जुड़ जाने के भाविकों के आंतरिक संकल्प के साथ सभा परिपूर्ण हुई.