बैंक कर्मचारियों के आंदोलन को ऑफ्रोह के पदाधिकारियों की भेंट
जिला मध्यवर्ती बैंक से न्याय की अपेक्षा
बुलढाणा/दि.4 – जाति प्रमाणपत्र रद्द नहीं होने पर भी 14 वर्ष पहले सेवा से कम किये गये बुलढाणा जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के 13 सेवा समाप्त कर्मचारियों ने आंदोलन शुरु किया है. सेवा में वापिस लेने की मांग के लिए किये जा रहे इस आंदोलन में ऑफ्रोह संगठन के राज्य सदस्य चंद्रभान सोनोने समेत उनकी 80 वर्षीय माता भी शामिल है. इस आंदोलन को ऑफ्रोह राज्य पदाधिकारी व अमरावती जिला शाखा के सदस्यों नेे भेंट देकर अपना समर्थन घोषित किया. एक पेड के नीचे खुले में बैठे आंदोलकों के लिए पंडाल व बैनर की व्यवस्था भी करायी. आंदोलक बैंक कर्मचारियों को बैंक से न्याय की अपेक्षा है.
आंदोलन स्थल को भेंट देने पहुुंचे संगठन के राज्य मार्गदर्शक डॉ. दिपक केदार ने बताया कि, इन आंदोलक बच्चों की रक्षा के लिए 80 वर्षीय मां भी आंदोलन में उतरी है. जिससे इस आंदोलन को निश्चित ही यश मिलेगा. जिस तरह जंगल मेें जिस तरह अपने बछडों की रक्षा में माता आगे आकर हमलावर को परास्त करती है, उसी प्रकार बैंक के अधिकारियों को भी परास्त किया जाएगा.
वर्ष 2009 में अनुसूचित जमाती कल्याण समिति के अध्यक्ष संदीप धुर्वे के दबाव में बैंक द्बारा कर्मचारियों के जाति प्रमाणपत्र अवैध नहीं रहने के बाद भी 13 कर्मचारियों को सेवा से कम कर दिया गया था. लेकिन संबंधित कर्मचारियों के जाति प्रमाणपत्र वैध या अवैध करार नहीं दिये गये है. इसलिए बैंक की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग आंदोलक कर्मचारियों ने की.