अमरावती

अर बापरे ! टीका लगा भी नहीं पर मिला प्रमाणपत्र

स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल

अमरावती प्रतिनिधि/दि.११ – कोरोना महामारी से निपटने के लिए कोरोना वैक्सीन का टीका भी लोगों को लगवाने का सिलसिला आरंभ हो चुका है. यह टीका लगवाने के बाद संबंधित व्यक्ति को प्रमाणपत्र भी दिया जा रहा है. लेकिन शहर मेें एक ऐसा वाक्या सामने आया है, जिसे लेकर सभी हैरत में पड़ गए है. हुआ यूं कि शहर का एक परिवार जब टीकाकरण करने के लिए पहुंचा तो उम्र का हवाला देते हुए घर वापस भेज दिया गया. लेकिन परिवार के सदस्यों का घर पर पहुंचने से पहले ही उनके मोबाइल पर टीका लगाने और उसका प्रमाणपत्र भी मोबाईल पर आ गया. जिससे स्वास्थ्य विभाग की अजीब गरीब कार्यप्रणाली को लेकर सवालिया निशान भी उठाए जा रहे है.
यहां मिली जानकारी के अनुसार बुधवार १० मार्च को शहर में रहनेवाला एक परिवार इर्विन चौक स्थित नर्सिंग कॉलेज के टीकाकरण केंद्र पर कोविड टीका लगवाने के लिए गया था. यहां पर मौजूद कर्मचारियों ने आयू सीमा का हवाला देते हुए टीका लगवाकर देने से इंकार कर दिया. हालांकि इसके कुछ देर बाद पूरे परिवार को टीका लगाए जाने का मैसेज तथा टीकाकरण करने का प्रमाणपत्र दिया गया. जिसके बाद से सरकारी केंद्रों पर टीकाकरण को लेकर लापरवाही तथा नियमों के खिलाफ कार्यप्रणाली किए जाने का आरोप लगाया जा रहा है. वहीं स्वास्थ्य विभाग में इसे मानवीय भूल बतालाया है. इर्विन के टीकाकरण केंद्र पर यह मामला सामने आने से सभी हैरत में पड़ गए है. अमरावती शहर सहित पूरे जिले में नागरिकों को कोरोना से सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए तीसरे चरण के टीकाकरण अभियान की शुरूआत हो चुकी है. शहर में १८ तथा ग्रामीण इलाकों में २६ केंद्रों पर ६० से अधिक तथा गंभीर बीमारी से जूझ रहे ४५ वर्ष से अधिक आयू सीमावाले नागरिकों को टीका लगवाया जा रहा है.

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