बाप रे…. हत्यारोपी पर पहले ही दर्जनों मामले दर्ज
पुलिस भी आरोपी का क्राइम रिकॉर्ड देखकर चकराई
* तडीपार भी रह चुका है हत्यारोपी अरुण सोलंके
* मामला रेल्वे स्टेशन पर हुई सवगेश पवार की हत्या का
अमरावती/दि.15 – विगत 13 जनवरी की सुबह करीब 8.30 बजे के आसपास मॉडल रेल्वे स्टेशन के सामने स्थित खंडहरनुमा जगह से एक युवक का सडागला शव बरामद हुआ था. शव के पास पडे मिले मोबाइल फोन की वजह से मृतक की शिनाख्त राजूरा निवासी सवगेश नवलेश पवार (23) के तौर पर हुई थी. जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने इस मामले की जांच पडताल करते हुए कुछ दिन पहले के वीडियो फूटेज खंगाले, तो पता चला कि, यह हत्या का मामला है. साथ ही कोतवाली पुलिस ने इस मामले में मृतक सवगेश के मामा अरुण टिल्लू सोलंके (30, राजूरा) को अपनी हिरासत में लिया. परंतु हत्या के मामले में पकडे गये अरुण सोलंके का अपराधिक इतिहास देखकर खुद पुलिस भी चकरा गई. क्योंकि अरुण सोलंके एक पेशेवर अपराधी निकला. जिस पर पहले ही दर्जनों मामले दर्ज है. साथ ही उसे इससे पहले वर्ष 2021 में तडीपार भी किया गया था. ऐसे में पुलिस अब ताजा मामले की जांच करने के साथ ही अरुण सोलंके के खिलाफ दर्ज पुराने मामलों को भी खंगाल रही है. जिसके तहत कोतवाली पुलिस को अब तक अरुण सोलंके पर दर्ज 18 मामलों की जानकारी प्राप्त हुई है.
इस संदर्भ में पुलिस सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सवगेश पवार का राजूरा गांव में ही रहने वाली 25 वर्षीय विवाहिता के साथ अनैतिक संबंध चल रहा था. जिसका अरुण सोलंके द्वारा कई बार विरोध किया जा चुका था. इसी बीच अरुण सोलंके का बेटा इर्विन अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती था. जहां पर उक्त विवाहिता भी बच्चे की देखभाल के लिए आयी हुई थी. 9 जनवरी की रात 9 बजे के आसपास अरुण सोलंके अपने अन्य दो बच्चों को लेकर जब गांव जाने निकला, तो उसे इर्विन अस्पताल के आसपास सवगेश पवार दिखाई दिया. जिसे देखते ही अरुण सोलंके समझ गया कि, सवगेश पवार उक्त विवाहिता से ही मिलने के लिए यहां पर आया हुआ है. इस बात को लेकर दोनों के बीच जमकर झगडा हुआ, तो सवगेश पवार वहां से जिला शवागार के रास्ते से होकर रेल्वे स्टेशन चौक की ओर भागने लगा. यहा देखकर अरुण सोलंके ने उसका पीछा करना शुरु किया और नावंदर मोटर के आसपास सडक पर पडी एक ईट उठाकर सवगेश पवार की ओर फेंककर दे मारी. यह ईट सवगेश के सिर पर आकर लगी और वह जमीन पर गिर पडा. जिसके बाद अरुण सोलंके वहां से चला गया. यहां तक की वारदात परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. जिसके बाद सिर पर ईट लगने से घायल सवगेश पवार शायद पास ही स्थित खंडहर में छिपने के लिहाज से घुसा और संभवत: सिर से काफी अधिक खून बह जाने की वजह से उसकी वहीं पर मौत हो गई. जिसकी जानकारी 13 जनवरी की सुबह उस समय सामने आयी, जब शव के सडगल जाने की वजह से इस परिसर में दुर्गंध फैलनी शुरु हुई. पश्चात 14 जनवरी को मृतक सवगेश पवार के शव का पोस्टमार्टम की गई. जिसकी रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आयी कि, सिर पर गहरी चोट लगने की वजह से सवगेश पवार की मौत हुई थी. पश्चात कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच करते हुए जब परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले, तब 9 जनवरी की रात अरुण सोलंके द्वारा पीछा करते हुए सवगेश पवार के सिर पर इट फेंककर मारने की बात सामने आयी. जिसके आधार पर कोतवाली पुलिस ने भादंवि की धारा 302 के तहत अरुण सोलंके को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया. लेकिन अरुण सोलंके की अपराधिक पृष्ठभूमि को जानकर पुलिस भी हैरत में पड गई.