* नवयुवक मंडल जुटा है उत्सव सफल करने
अमरावती/दि.10– माता की आराधना का पर्व नवरात्रि में भक्त अलग-अलग पद्धति से मां की आराधना करते हैं. इसी आराधना का एक स्वरुप रास गरबा भी होता है. इसी परंपरा का आज भी गुजराती समाज द्वारा जतन किया जाता है. भक्तिधाम के मैदान पर पारंपरिक गुजराती गीतों पर थिरकते हुए गुजराती समाज की तीन पीढियों ने मां की आराधना की. मंगलवार को गरबा रास में बडी संख्या में समाजबंधु के साथ-साथ परिसर के लोग उमडे थे. जिससे षष्ठी की रात्रि मानों गरबा रास के माध्यम से माता की भक्ति परवान चढी.
बडनेरा मार्ग पर स्थित भक्तिधाम में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मां की आराधना का पर्व नवरात्रि उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा हैं. गुजराती समाज व नवयुवक मंडल, जलाराम सत्संग मंडल के साथ महिला मंडल व युवती मंडल के सहयोग से यहां शाम के समय गुजराती नवरात्रि महोत्सव के उपलक्ष्य में रास गरबा का आयोजन किया गया है. जिसमें पारंपरिक गुजराती वेशभूषा के साथ महिला एवं पुरुषों के संग बच्चे व बुजुर्ग रास गरबा का आनंद लेते हुए थिरक रहे हैं. एक साथ तीन पीढियां इस गरबा उत्सव का आनंद ले रही है. ‘आमे मैयारा गोकुल गाम ना…’ ‘धीरे-धीरे चूनडी ने रंग ल्यागो…, यशोदा मावडी खडी रे खम्मा…, थारा विना श्याम माने एकलरु लागै…, केम रे निभवसु प्रीत रे गोपाला…, ओ, झीनी-झीनी रे उडा गुलाल…, सोनल गरबो शिरे…, ढोलिडा ढोल धीमो-धीमो वगाड…,’ जैसे प्रसिद्ध गरबा गीतों पर थिरकते हुए नवरात्रि के छठवें दिन भी समाजबंधुओं ने उत्साह के साथ सहभागी होकर गरबा का आनंद लिया. कार्यक्रम का समापन मां की आराधना व आरती से किया गया. गुजराती नवयुवक मंडल अध्यक्ष जयेशभाई सेठिया, आकाश वसानी, अमित राजा, देवेशभाई राजा, धवलभाई पोपट, गौरव राजा, घनश्याम नागरेचा, हार्दिकभाई सोमैया, हिरल अढिया, जय सेता, जीगर सेता, कमलेशभाई भूप्ता, कमलेश कारिया, करण दासानी, केतन सेठिया, निकुंज राजा, नीलेश खंदेडिया, पंकज कोटक, पीयूष सेठिया, प्रसाद आडतिया, प्रतीक आडतिया, प्रतीक दासानी, प्रियेश पोपट, सागर रायचुरा, सुमित आडतिया, तेजस पोपट, तुषार पोपट, उमंग वसानी, उमेश कारिया आदि परिश्रम कर रहे हैं.