
* रुद्र की जान भी इसी वजह से गई
* लोगों ने कर रखे हैं मनमाने गतिरोधक
अमरावती /दि.11- अंबानगरी अपने विकास प्रकल्पों में गतिरोधक अर्थात अडंगा लगाने के लिए तो फेमस है ही. सडकों पर अवैध या कह लीजिए अनचाहे गतिरोधक की संख्या भी बेहिसाब है. बार-बार स्पीड ब्रेकर्स को लेकर प्रश्न उठाये जाते हैं. जितने सवाल उठाये जाते हैं उतने ही मानों स्पीड ब्रेकर बढते जा रहे हैं. यह स्पीड ब्रेकर कई बार जानलेवा साबित हो रहे हैं. आज सबेरे ही बडनेरा में एक मासूम इस प्रकार के स्पीड ब्रेकर की वजह से कालकलवित हो गया. रुद्र की मौत के लिए गतिरोधक को दोषी बताया जा रहा है.
* जहां-वहां मनमाने गतिरोधक
शहर की मुख्य सडकों के अलावा गली-कूचों में भी मनमाने अंदाज में गतिरोधक लगा दिये गये हैं. यह गतिरोधक लगाने का उद्देश्य सडक दुर्घटना रोकना भले ही बताया जा रहा है. किंतु अनुभव यहीं है कि, गतिरोधक के कारण ही कई हादसे हो रहे हैं. यह दुर्घटनाएं घातक होकर मासूमों की जान जा रही है.
* मुख्य सडक पर गतिरोधक
शहर की राजकमल चौक, जयस्तंभ, सरोज चौक, पुरानी तहसील, जूना मोटर स्टैंड आदि भागों में गति अवरोधक लगाये गये हैं. जिसके कारण बडे वाहन अचानक ब्रेक लगाते हैं. ठहरते हैं. कई बार इसी वजह से वाहन आपस में टकरा जाते हैं. आर्थिक नुकसान होता ही है. कई बार लोग हताहत भी होते हैं.
* रुद्र के हादसे वाले स्पीड ब्रेकर की नाकामी
चमननगर टी प्वॉईंट पर रुद्र का एक्सीडेंट हुआ. वह स्पीड ब्रेकर नियम के अनुसार नहीं बना था. यह भी देखने में आया है कि, शहर के अनेक स्पीड ब्रेकर की तरह यहां भी पीला पट्टा नहीं लगाया गया था. जिससे कई बार वाहन चालक के ध्यान में गतिअवरोधक की बात नहीं आती और उनका संतुलन बिगडकर दुर्घटनाएं होती है. दुर्घटनाओं में घायल कई लोग महीनों बिस्तर पकडने मजबूर हो जाते हैं. कुछ रुद्र समान अभागे जान भी खो बैठते हैं. ऐसे में अमरावतीवासियों ने शहर व जिले के बाशिंदों से अवैध स्पीड ब्रेकर से सबसे पहले निजात दिलाने की मांग की है. अमरावती मंडल को अनेक लोगों ने इस प्रकार की शिकायत आज के दर्दनाक हादसे के बाद कही.