अमरावती /दि. 19– सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4892 रुपए रहने के बावजूद स्थानीय मंडी में 4 हजार के अंदर प्रति क्विंटल रेट दिए जा रहे हैं. जबकि सोयाबीन तेल के रेट गत तीन माह से बढे हुए है. मार्केट में पैकेट वाला तेल 145 रुपए प्रति किलो दिया जा रहा है. जबकि सोयाबीन उत्पादक किसानों को अपेक्षित दाम नहीं मिलने से वे परेशान हो गए है. क्षेत्र के किसानों पर तो दोहरी मार लगी है. उनका प्रति एकड पैदावार कम होने का दावा है. जबकि बाजार में जो रेट है, उससे लागत मूल्य वसूल नहीं हो रही.
देश में खाद्य तेल के आयात शुल्क बढाए गए. जिससे सोयाबीन सहित अनेक तेलों के रेट में उछाल आ गई. दाम सीधे 20-25 रुपए प्रति किलो बढ गए. ऐसे में किसानों को भी उनके सोयाबीन के रेट अच्छे मिलने की उम्मीद जागी थी. किंतु मार्केट में माल आते ही सरकार के गारंटी मूल्य के बावजूद सोयाबीन के रेट नहीं बढे.
इस बार मौसम की मार के कारण प्रति एकड एवरेज काफी कम रहा. जबकि उसका उत्पादन खर्च प्रति हेक्टेअर 40-45 हजार रुपए रहने की जानकारी किसानों ने दी. मंडी में मिट्टीमोल माल बेचने की बजाए कई किसानों ने जमा रखा. किंतु फायदा न हुआ. अब तक चुनाव के कारण लगभग 4400 रुपए बिकनेवाला सोयाबीन घटकर 3900 तक आ गया. जिससे किसानों का नुकसान स्पष्ट दिखाई दे रहा है. जबकि मार्केट में सोयाबीन तेल के दाम चढे हुए है.
सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य – 4892
सोयाबीन के मार्केट रेट – 3900
तेल के रेट – 145 रुपए प्रति किलो