अमरावती

ओमिक्रॉन ने बढाई पालकों की धडकने

बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे अभिभावक

  • शालेय शिक्षा विभाग कर रहा तमाम प्रतिबंधात्मक उपाय

अमरावती/दि.4 – कोविड संक्रमण की इससे पहले आयी दो लहरों में सरकार द्वारा लगाये गये लॉकडाउन के चलते करीब पौने दो वर्षों तक सभी शालाओं में 1 ली से 7 वीं की कक्षाएं बंद रही. जिन्हें अब शुरू कर दिया गया है. जिसके चलते शालाओं में एक बार फिर पहले की तरह रौनक दिखाई देने लगी है. किंतु अब भी शहर की सरकारी व निजी शालाओं में केवल 35 फीसद विद्यार्थियों की ही उपस्थिति दिखाई दे रही है. क्योंकि जहां एक ओर कोविड संक्रमण के पिछले अनुभवों को देखते हुए अभिभावक अपने बच्चों को स्कुल भेजने के संदर्भ में आशंकित है, वहीं दूसरी ओर अब कोविड वायरस के ओमिक्रॉन नामक नये वेरियंट की जानकारी सामने आने पर अभिभावकों की धडकने तेज हो गई है. हालांकि शालेय शिक्षा विभाग द्वारा सभी शालाओं में प्रतिबंधात्मक उपायों पर बेहद कडाई के साथ ध्यान दिया जा रहा है और विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक नियोजन भी किये जा रहे है.
बता दें कि, राज्य सरकार द्वारा 1 दिसंबर से राज्य की सभी शालाओं को खोलने का फैसला किया गया. ऐसे में लंबे समय बाद स्कुल पहुंचे सभी विद्यार्थियों का कई शालाओं ने फुल देकर स्वागत किया गया. साथ ही साबुन व सैनिटाईजर से हाथ साफ करवाने के बाद मुंह पर मास्क लगवाकर सभी विद्यार्थियों को शाला एवं कक्षा में प्रवेश दिया गया. इसके साथ ही शाला में आनेवाले सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों से सहमति पत्र भी लिया गया. जहां सभी निजी शालाओं ने विद्यार्थियों को घर से ही सैनिटाईजर, नैपकिन व मास्क लाने हेतु कहा था. वहीं सरकारी शालाओं में विद्यार्थियों को मास्क व सैनिटाईजर का शालेय शिक्षा विभाग की ओर से वितरण किया गया.
उल्लेखनीय है कि, विगत जुलाई-अगस्त माह के बाद से कोविड संक्रमितों की संख्या में बडी तेजी से कमी आनी शुरू हुई और धीरे-धीरे हालात नियंत्रित होने लगे. जिसके चलते सरकार द्वारा अनलॉक की प्रक्रिया को आगे बढाते हुए चरणबध्द ढंग से शालाओं को खोलने का काम शुरू किया गया. जिसके तहत माध्यमिक व उच्च माध्यमिक कक्षाओं को बीते सितंबर माह से ही शुरू कर दिया गया था. वहीं अभिभावकों द्वारा प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक कक्षाओं को खोले जाने की मांग की जा रही थी. ऐसे में हालात की समीक्षा करते हुए राज्य सरकार ने सभी कक्षाओं को 1 दिसंबर से शुरू करने की घोषणा की. किंतु इसी बीच अफ्रिकी देशों सहित दुनिया के कई हिस्सों में कोविड वायरस से ओमिक्रॉन नामक नये स्वरूप का संक्रमण फैलने की खबर सामने आयी और भारत में भी इस वेरियंट से संक्रमित दो मरीज पाये गये. जिसकी वजह से अब अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभिभावकों की चिंता और अधिक बढ गई है.

कोविड के नये वेरियंट के संदर्भ में सरकार की ओर से कोई नये निर्देश नहीं है. ऐसे में फिलहाल पहले से दिये गये निर्देशों के तहत कोविड प्रतिबंधात्मक उपाय योजनाओं का पालन करना बेहद आवश्यक है. जिसकी ओर शालेय शिक्षा विभाग द्वारा पूरा ध्यान दिया जा रहा है.
– प्रफुल्ल कचवे
माध्यमिक शिक्षाधिकारी, अमरावती जिप

शालाओं पर दृष्टिक्षेप

कक्षा 1 ली से 7 वीं की कुल शालाएं – 319
मनपा व निजी शालाओं में कुल विद्यार्थी संख्या – 69,189
शहर की शालाओं में उपस्थित विद्यार्थियों की संख्या – 24,213
निजी शालाओं में कुल शिक्षक – 2,306
मनपा शालाओं में कुल शिक्षक – 319

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