16 को सांसद राणा के निवास पर होगा बेमुदत ठिया आंदोलन
पेसा आंदोलक गंगाराम जांभेकर की घोषणा
* पत्रवार्ता में दी आंदोलन की जानकारी
अमरावती /दि.11- अमरावती जिले के आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र में बेरोजगारी, कुपोषण, माता मृत्यु, बाल मृत्यु व मजदूरों के स्थलांतरण जैसी समस्याओं को रोकने हेतु राज्यपाल द्बारा पेसा कानून के तहत आदिवासियों को उनका हम दिलाने की घोषणा की गई. जिसके तहत विभिन्न सरकारी महकमों के रिक्त पदों पर केवल स्थानीय अनुसूचित जनजाति को अभ्यार्थियों को नौकरी देने की बात कहीं गई थी. परंतु अब तक इस घोषणा पर अमल नहीं किया गया है और बार-बार आंदोलन करते हुए ध्यान दिलाए जाने के बावजूद भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्बारा इस बात की अनेदखी की जा रही है. ऐसे में इस अन्याय के खिलाफ मेलघाट के आदिवासियों द्बारा आगामी 16 अक्तूबर को जिले की सांसद नवनीत राणा के निवासस्थान के सामने बेमुदत ठिया आंदोलन करना शुरु किया जाएगा. इस आशय की घोषणा पेसा आंदोलक गंगाराम जांभेकर द्बारा यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में की गई.
जिला मराठी पत्रकार संघ के वालकट कम्पाउंड स्थित मराठी पत्रकार भवन में बुलाई गई पत्रवार्ता में पेसा आंदोलक गंगाराम जांभेकर ने कहा कि, अमरावती जिला परिषद में शिक्षकों के 1556 व आदिवासी विकास विभाग में शिक्षकों के 321 पद रिक्त रहने के बावजूद इन पदों पर मेलघाट के सुशिक्षित बेरोजगारों को की नियुक्ति नहीं की गई. वहीं वर्ष 2003-4 में कोरकू बोली भाषांतर्गत 426 शिक्षक पदों पर पश्चिम महाराष्ट्र से वास्ता रखने वाले बंजारा समाज के उम्मीदवारों को गलत तरीके से नियुक्त किया गया. उन सभी शिक्षकों ने 100 रुपए के स्टैम्प पेपर पर लिखकर दिया था कि, उन्हें कोरकू बोली भाषा आती है और वे आजीवन मेलघाट में ही सेवाएं देंगे. जबकि हकीकत यह है कि, बंजारा समाज से वास्ता रखने वाले उन लोगों को कोरकू बोली भाषा बिल्कुल नहीं आती थी और कुछ समय बाद उन्होंने मंत्रालय से शासन निर्णय लाकर अपने गृह क्षेत्र में तबादला भी हासिल कर लिया. इस जरिए मेलघाट के स्थानीय आदिवासी युवाओं पर अन्याय हुआ है. जिसकी ओर जिले की सांसद द्बारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा. ऐसे में आगामी 16 अक्तूबर को मेलघाट क्षेत्र के सैकडों आदिवासी युवाओं द्बारा सांसद नवनीत राणा के घर के समक्ष बेमुदत ठिया आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है.