11 अप्रैल को विधायकों के घरों के सामने ‘टेंभे’ जलाकर आंदोलन
कर्जमाफी के मुद्दे पर पूर्व मंत्री बच्चू कडू आक्रामक

* समूचे राज्य में आंदोलन करने की चेतावनी
अमरावती/दि.31 – किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे को लेकर प्रहार जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री बच्चू कडू एक बार फिर आक्रामक हो गए है और उन्होंने कर्जमाफी की मांग को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन करने की चेतावनी देते हुए कहा है कि, 11 अप्रैल को राज्य के सभी विधायकों के घरों के सामने टेंभे यानी मशाल जलाकर आंदोलन व प्रदर्शन किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि, बारामती के शिवनगर में मालेगांव सहकारी शक्कर कारखाने में आयोजित कार्यक्रम में राज्य के डेप्यूटी सीएम अजीत पवार ने किसानों से 31 मार्च तक कर्ज अदा करने का आवाहन किया था. साथ ही केवल इसी वर्ष नहीं बल्कि अगले वर्ष भी किसानों को कर्जमाफी नहीं मिलने की बात कही थी. जिससे स्पष्ट हो गया कि, महायुति द्वारा अपने चुनावी घोषणापत्र में दिया गया किसान कर्जमाफी का आश्वासन पूरा नहीं होगा. जिसे लेकर विपक्ष द्वारा सरकार की आलोना की जा रही है. इसी बीच पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने भी आक्रामक रवैया अपनाते हुए किसान कर्जमाफी की मांग हेतु समूचे राज्यभर में आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
गत रोज गुढीपाडवा पर्व के निमित्त बच्चू कडू ने समूचे राज्यभर के प्रहार पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई थी. इसी बैठक में संगठन को और अधिक मजबूत करने हेतु आवश्यक दिशानिर्देश जारी करते हुए पूर्व विधायक बच्चू कडू ने कहा कि, महायुति ने चुनाव के समय किसान कर्जमाफी व न्यूनतम गारंटी मूल्य का आश्वासन दिया था. लेकिन अब सरकार अपने ही आश्वासन से पलट रही है. इसके खिलाफ एक बडा आंदोलन शुरु किया जाएगा और इस आंदोलन की शुरुआत 11 अप्रैल को महात्मा फुले जयंती का औचित्य साधकर की जाएगी. जिसके तहत 11 अप्रैल की रात 12 बजे महाराष्ट्र के सभी विधायकों के घरों के सामने प्रहार पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता अपने गले में नीला दुपट्टा डालकर और एक हाथ में भगवा झंडा लेकर और दूसरे हाथ में जलती मशाल लेकर आंदोलन करेंगे. साथ ही आंदोलनकारी प्रहारियों द्वारा मांग उठाई जाएगी कि, या तो सरकार अपने आश्वासन को पूरा करें या फिर जलती मशाल से प्रहारियों सहित किसानों को जला दे.
* स्वाभिमानी ने कलेक्ट्रेट पर लगाई काली गुढी
उधर दूसरी ओर स्वाभिमानी शेतकरी संगठन द्वारा डेप्यूटी सीएम अजीत पवार के कर्जमाफी नहीं देनेवाले बयान का कोल्हापुर में जमकर निषेध किया गया और कोल्हापुर के जिलाधीश कार्यालय पर काली गुढी स्थापित करते हुए अपने रोष का प्रदर्शन किया गया. इस समय स्वाभिमानी शेतकरी संगठन ने याद दिलाया कि, विधानसभा चुनाव से पहले देवेंद्र फडणवीस ने सरकार बनने पर 100 दिन के भीतर किसानों का 7/12 कोरा करने का आश्वासन दिया था. साथ ही भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में भी किसान कर्जमाफी का उल्लेख था. लेकिन डेप्यूटी सीएम अजीत पवार के बयान का सीएम फडणवीस ने समर्थन कर अपनी और अपनी सरकार की असफलता दर्शा दी है.