अमरावती/ दि.10 – आगामी 21 दिसंबर को आकाश में सबसे बडे ग्रह गुरु व शनि ग्रह की युती दिखाई देगी. खगोल शास्त्रियों के अनुसार 400 वर्षो के पश्चात यह अदभुत योग आया है. दोनो ही ग्रहों की युती मकर समूह की पार्श्वभूमि पर दिखाई देगी. दोनो ही ग्रह इतने नजदीक आ जाएंगे जिसे दुर्बिन से एक ही समय में दोनो को देखा जा सकेगा.
गुरु ग्रह को सूर्य की एक परिक्रमा पूर्ण करने हेतु 12 वर्षो का समय लगता है तथा शनि ग्रह को सूर्य की परिक्रमा पूर्ण करने के लिए 30 साल लगते है. गुरु व शनि की गति अलग-अलग है. पृथ्वी से देखने पर दोनो ही हर 20 सालों में एक दूसरे के समीप आते है. इस बार वे इतने समीप आ रहे है कि ऐसा 400 सालों के बाद दिखाई देगा.
खगोल शास्त्रियों के अनुसार 800 वर्ष पूर्व 4 मार्च 1226 को इस घटना का अनुभव लिया गया था. किंतु तब दुर्बिन नहीं थी अब 20 वर्षो के पश्चात दोनो ही ग्रह एक दूसरे के करीब आ रहे है जिसमें सोमवार को यह योग पुन: दिखाई देगा. अमरावती के मराठी विज्ञान परिषद व्दारा संचालित स्टार गेझर क्लब की ओर से दुर्बिन व्दारा आकाश निरिक्षण कार्यक्रम का विशेष आयोजन किया जाएगा ऐसी जानकारी मराठी विज्ञान परिषद के अध्यक्ष प्रवीण गुल्हाने तथा खगोल प्रेमी विजय गिरुलकर ने दी.