अमरावती

फिक्स डिपॉजिट से कर्ज कटौती किए जाने पर

संतप्त किसान द्वारा आत्महत्या का प्रयास

महाराष्ट्र बैंक शाखा का प्रताप
विधायक बलवंत वानखडे की अधिकारियों को फटकार
अंजनगांव सुर्जी/दि.11- 2019 के फसल कर्ज माफी के लिए पात्र रहने के बावजूद माफ न किए जाने से किसान द्वारा बुढ़ापे के लिए जमा की गई फिक्स डिपॉजिट से ही फसल कर्ज की रकम परस्पर कटौती किये जाने का प्रकार यहां की महाराष्ट्र बैंक द्वारा किया गया है. इस समय इस किसाने ने संतप्त होते हुए बैंक से सामने ही आत्मदहन का प्रयास किया. लेकिन कुछ पत्रकार व स्थानिकों ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया. किसान को आत्महत्या के लिए प्रवृत्त करने वाली बैंक प्रशासन के खिलाफ अपराध क्यों दर्ज नहीं किया जाए, ऐसा संतप्त सवाल विधायक बलवंत वानखडे ने स्वयं बैंक में जाकर संबंधित बैंक के व्यवस्थापक को फटकारते हुए पूछा है.
जानकारी के अनुसार, अंजनगांव सुर्जी तहसील के लखाड के किसान रमेश गणपत सावरकर ने महाराष्ट्र बैंक शाखा अंजनगांव से सन 2016 में 95 हजार 668 रुपए फसल कर्ज लिया था. लेकिन सतत फसल बर्बाद होने व अल्पभूधारक तथा बीमार रहने के कारण वे फसल कर्ज भरने में असमर्थ रहे. ऐसे में ही 2019 में दो लाख रुपए तक कर्ज माफी की योजना होने के कारण वे कर्जमाफी के लिए पात्र होने के कारण आज नहीं तो कल कर्ज माफी होगी, इस उम्मीद से किसान रमेश सावरकर ने कर्ज नहीं भरा. लेकिन बैंक ने कोर्ट का नोटीस भेजना शुरु किया. ऐसे में ही उस किसान को लोक न्यायालय में बुलाकर तुम्हारा खाता 72 हजार रुपए मेें सेटलमेंट करवा देंगे, ऐसा आश्वासन बैंक व्यवस्थापक द्वारा दिया गया व किसान के कुछ कागजों पर हस्ताक्षर लिये. पश्चात किसान सावरकर की तबियत बिगड़ने के कारण वे बैंक में नहीं जा सके. लेकिन महाराष्ट्र बैंक ने 31 मार्च 2023 को किसान रमेश सावरकर ेने बैंक में रखे दो लाख रुपए के फिक्स डिपॉजिट से 1.81 लाख रुपए परस्पर फसल कर्ज के खाते में ट्रांसफर किये. यह बात किसान के ध्यान में आते ही किसान बैंक के सामने आत्महत्या करने प्रवृत्त हुआ. इस समय उसे यहां के कुछ स्थानीय पत्रकारों ने बचाया व इसकी जानकारी विधायक बलवंत वानखडे को दी. जिस पर विधायक वानखडे विलंब न करते महाराष्ट्र बैंक पहुंचे और महाराष्ट्र बैंक के व्यवस्थापक को फटकार लगाई व किसान के फिक्स डिपॉजिट में से परस्पर रकम क्यों काटी, ऐसा सवाल किया तथा इस बात से जिलाधिकारी पवनीत कौर को भी अवगत करा संबंधित बैंक के व्यवस्थापक की शिकायत की. जिलाधिकारी महोदया इस पर क्या कार्रवाई करती हैं. महाराष्ट्र बैंक ने इससे पूर्व भी कर्ज माफी के लिए पात्र रहने वाले किसानों को कोर्ट की नोटीस भेजकर किसानों को मानसिक रुप से परेशान किया था. इस बारे में विधानसभा में बलवंत वानखडे ने ध्यानाकर्षित किया था. घटित इस प्रकार के बाद ऐसे बैंक व्यवस्थापक पर कार्रवाई होगी क्या, ऐसा प्रश्न किसानों में निर्माण हो रहा है. इस समय विधायक बलवंत वानखडे के साथ कांग्रेस के तहसील अध्यक्ष प्रमोद दालू, शहराध्यक्ष प्रदीप देशमुख उपस्थित थे.

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