अमरावतीमुख्य समाचार

शुक्रवार को 8364 तथा शनिवार को 6309 के खिलाफ मामले दर्ज

पहले दिन 9 व दूसरे दिन 53 आरोपी गिरफ्तार

* विभिन्न पुलिस थानों में कुल 26 अपराधिक मामले

* कई आरोपियों के पास से हथियार भी हुए बरामद

अमरावती/दि.15- विगत शुक्रवार 12 नवंबर को त्रिपुरा में हुई कथित घटना को लेकर रजा अकादमी नामक संगठन के आवाहन पर राज्यव्यापी बंद किया गया था. जिसके तहत अमरावती में मुस्लिम समाज बंधुओं द्वारा बिना कोई अनुमति लिये जिलाधीश कार्यालय तक मोर्चा निकाला गया था और इस मोर्चे के दौरान कुछ लोगों ने शहर के कई व्यापारी प्रतिष्ठानों पर पथराव करते हुए तोडफोड की थी. जिसमें करीब 5 लाख 15 हजार रूपयों का नुकसान हुआ. इसे लेकर मिली शिकायतों के आधार पर शहर पुलिस द्वारा 8 हजार 364 आरोपियोें के खिलाफ 11 मामले दर्ज किये गये है. इसमें से 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है तथा अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू है.
वहीं दूसरी ओर शुक्रवार की घटना के निषेध में शनिवार 13 नवंबर को भारतीय जनता पार्टी सहित अन्य कई हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा अमरावती बंद का आवाहन किया गया और शनिवार की सुबह राजकमल चौराहे पर विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने इकठ्ठा होकर नारेबाजी करनी शुरू की. जिसके कुछ ही देर बाद भीड अनियंत्रित और उग्र हो गई तथा कई वाहनों व दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया. साथ ही जमकर पत्थरबाजी भी की गई. इसे लेकर विभिन्न पुलिस थानों में 6 हजार 309 आरोपियों के खिलाफ 15 मामले दर्ज किये गये. जिनमें से 53 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.

* शहर में करीब 4 हजार पुलिसवालों का खडा पहरा
– संवेदनशील इलाकों में पुलिस ने किया फ्लैग मार्च
शुक्रवार व शनिवार को घटित हिंसक वारदातों और तनाव पर काबू पाने के साथ ही शहर में कानून व व्यवस्था की स्थिति को बनाये रखने हेतु स्थानीय पुलिस के साथ-साथ बाहरी जिलों की पुलिस को भी बुलाया गया है. साथ ही एसआरपीएफ की आठ कंपनियां भी अमरावती में तैनात की गई है. विगत दो दिनों से करीब साढे 3 से 4 हजार पुलिस कर्मियों द्वारा अमरावती शहर में एक तरह से खडा पहरा दिया जा रहा है. साथ ही गत रोज शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह की अगुआई में पुलिस ने शहर के संवेदनशील इलाकों में फ्लैगमार्च किया. इस दौरान सभी से शांति बनाये रखने तथा प्रशासन व पुलिस के साथ सहयोग करने का आवाहन भी किया गया. इस रूटमार्च में शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह सहित पुलिस उपायुक्त विक्रम साली, एम. एम. मकानदार, सहायक पुलिस आयुक्त पूनम पाटील व भारत गायकवाड तथा सभी थानेदार, पीआई, एपीआई, पीएसआई स्तर के अधिकारी एवं क्यूआरटी पथक व एसआरपीएफ पथक के प्लाटून शामिल हुए थे.

* एसीबी भी ऑनरोड ड्यूटी पर

अमूमन भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग यानी एसीबी को पुलिस महकमे में साईड ब्रांच माना जाता है. किंतु शहर में कानून व व्यवस्था की स्थिति को बरकरार रखने हेतु एसीबी के अधिकारी व कर्मचारी भी शनिवार की दोपहर पश्चात अपनी खाकी वर्दी के साथ शहर की सडकों पर उतरे. एसीबी के पुलिस अधीक्षक विशाल गायकवाड व अपर पुलिस अधीक्षक अरूण सावंत अपनी टीम के साथ शनिवार की रात से शहर के बेहद अति संवेदनशिल हनुमान नगर परिसर में तैनात थे और रविवार को भी पूरा दिन एसीबी की टीम शहर में कानून व व्यवस्था बनाये रखने हेतु काम कर रही थी.

* एडीजी राजेंदर सिंह दो दिनों तक रहे शहर में

अमरावती शहर में कानून व व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए राज्य के अपर पुलिस महासंचालक (कानून व सुव्यवस्था) राजेंदर सिंह शनिवार को ही अमरावती पहुंच गये और उन्होंने आते ही यहां के पुलिस अधिकारियों के साथ शहर के हालात की समीक्षा की. जिसके बाद हालात को जल्द से जल्द काबू में लाने हेतु रविवार को सिटी कोतवाली पुलिस थाने में बैठकर एक एक्शन प्लान बनाया गया. इस समय शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह तथा एसआरपीएफ के समादेशक हर्ष पोदार भी उपस्थित थे. जिसके बाद शहर पुलिस द्वारा किये गये रूटमार्च में खुद एडीजी राजेंदरसिंह ने भी हिस्सा लिया तथा करीब 10 से 15 किमी तक पैदल चलते हुए अति संवेदनशिल इलाकों का दौरा भी किया.

* किन शहरों से कितनी पुलिस बुलाई गई

विगत तीन दिनों से अमरावती शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस का बंदोबस्त तैनात किया गया है. जिसमें शहर पुलिस व एसआरपीएफ सहित करीब साढे 3 से 4 हजार पुलिस कर्मियों को विभिन्न स्थानों पर फिक्स पॉइंट ड्यूटी में लगाया गया. इसके लिए वर्धा से 103, अकोला से 25, यवतमाल से 15, अमरावती ग्रामीण से 25, नागपुर ग्रामीण से 102, नागपुर शहर से 115, बुलडाणा से 52, नागपुर पुलिस प्रशिक्षण केंद्र से 200 तथा जालना पुलिस प्रशिक्षण केंद्र से 295 पुलिस कर्मियों को अमरावती बुलाया गया है. साथ ही अमरावती एसआरपीएफ की 5, नागपुर एसआरपीएफ की 2 व हिंगोली एसआरपीएफ की 1 ऐसी कुल एसआरपीएफ की 8 कंपनियों को भी शहर में तैनात किया गया है.

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