अमरावती

एक लाख छात्रों में से केवल 15 हजार ने लगाई वैक्सिन

परीक्षा के कारण रुकी टीकाकरण की रफ्तार

* स्कूलों व पालकों से आगे आने की अपील
अमरावती/दि.1 – कोरोना संक्रमण से बचने तथा चौथी लहर का कहर शुरु होने से पहले ही सभी बच्चों को कोरोना कवच स्वरुप वैक्सिन देने का नियोजन किया गया. 12 से 14 वर्ष आयु गुट के बालकों के लिए कोबेवैक्स नामक वैक्सिन देने की प्रक्रिया शुरु की गई. लेकिन इन दिनों परीक्षाओं का समय चल रहा होने से वैक्सिनेशन की रफ्तार अपेक्षा से बेहद धीमी है. जिले में कुल 1 लाख बालक 12 से 14 वर्ष आयु गुट के है. लेकिन इनमें से अब तक केवल 15 हजार 79 छात्रों का ही टीकाकरण हो पाया है.
कोरोना प्रतिबंधक उपायों में सबसे प्रभावी उपाय के रुप में वैक्सिनेशन को माना जा रहा है. कोरोना के तीसरी लाट में जिन व्यक्तियों का वैक्सिनेशन हुआ था ऐसे व्यक्तियों को कोरोना संक्रमण होने के बाद भी सौम्य लक्षण दिखाई दिये. अब कोरोना के नये वैरियंट के चलते चौथी लहर के कहर की संभावना जताई जा रही है. 15 वर्ष आयु गुट के उपर वाले सभी का वैक्सिनेशन हो रहा है. इसलिए बच्चों को भी कोरोना कवच मिले. इसलिए कार्बोवैक्स वैक्सिन के डोज उपलब्ध कराये गये. जिले में इस आयु गुट के 1.10 लाख बच्चे है. जिनमें से अब तक 15 हजार 79 बच्चों का ही वैक्सिनेशन हो पाया है. इसलिए संबंधित स्कूलों व पालकों से अपने बच्चों का वैक्सिनेशन पूर्ण करने के लिए आगे आने की अपील की जा रही है.
स्वास्थ्य विभाग की जानकारी अनुसार जिले में अब तक 34 लाख 46 हजार 48 लोगों का वैक्सिनेशन हुआ है. इनमें से 20 लाख 17 हजार 742 लोगों ने पहला व 13 लाख 97 हजार 647 लोगों ने दोनो डोज लिये है. इसी के साथ ही 43 हजार 194 हेल्थ केअर वर्कर, 86 हजार 286 फ्रंट लाईन वर्कर, 15 से 18 आयु गुट वाले 1 लाख 24 हजार 91, 18 से 44 आयु गुट वाले 17 लाख 15 हजार 460, 45 से 59 आयु गुट वाले 8 लाख 7 हजार 742 व 60 वर्ष के उपर के आयु गुट वाले 6 लाख 23 हजार 537 नागरिकों का वैक्सिनेशन किया गया है.

Related Articles

Back to top button