नववर्ष पर रामस्नेहियो ने दिया व्यसन मुक्ति का संदेश
लालखेड गांव में हुआ विशेष सम्मेलन, भव्य रैली भी निकाली
* जिलाधीश की उपस्थिति मेें आयोजन का हुआ समापन
अमरावती/दि.2 – अंग्रेजी नववर्ष के स्वागत हेतु हुल्लडबाजी और शराब पीकर धिंगाना किये बिना सभी ने एकजूट होकर सामूहिक आनंद के साथ नववर्ष का स्वागत करना चाहिए और अपने आप को सभी तरह के व्यसनों से दूर भी रखना चाहिए. इस आशय का संदेश देते हुए रामस्नेही संप्रदाय द्वारा अमरावती शहर के पास ही स्थित लालखेड गांव में नववर्ष की पूर्व संध्या पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें राज्य के विभिन्न जिलों सहित गुजरात एवं राजस्थान के कई युवा व उनके अभिभावक भी शामिल हुए.
बता दें कि, रामस्नेही संप्रदाय अंतर्गत रामस्नेही युवक मंडल द्वारा विगत 15 वर्षों से वाशिम जिले के हिवरा गांव में संप्रदाय के प्रमुख केंद्रों पर व्यसन मुक्ति अभियान चलाया जाता है और इस वर्ष पहली बार अमरावती जिले के लालखेड में संत मामाश्री व किसनदास चव्हाण के मार्गदर्शन में यह अभियान चलाया गया और इस व्यसन मुक्ति शिविर में राज्य के कई जिलों के साथ-साथ पडोसी राज्यों में रहने वाले युवा भी अपने अभिभावकों संग बडी संख्या में उपस्थित हुए थे. इस उपक्रम के तहत लालखेड गांव में जहां 31 दिसंबर की दोपहर से ही विविध क्षेत्रों से आने वाले युवाओं का इकठ्ठा होना शुरु हो गया था और उन्होंने थर्टी फर्स्ट की रात दूध से बनी बासुंदी का आस्वाद लेते हुए नये साल का स्वागत किया. वहीं आयोजन के दूसरे दिन नववर्ष की पहली सुबह लालखेड गांव में व्यसन मुक्ति का संदेश देने हेतु भव्य रैली निकाली गई. जिसमें शामिल युवाओं में परिसरवासियों को शराब सिगरेट व बीडी जैसे व्यसनों से दूर रहने का संदेश दिया. वहीं इसके उपरान्त जिलाधीश सौरभ कटियार एवं तहसीलदार पूजा मातोडे की प्रमुख उपस्थिति में इस आयोजन का समारोहपूर्वक समापन किया गया. इस अवसर पर जिलाधीश सौरभ कटियार ने रामस्नेही संप्रदाय के इस उपक्रम की प्रशंसा करते हुए ऐसे आयोजकों को समाज एवं वक्त की जरुरत बताया.