* जल समस्या का सामना कर रहे शहर वासी
अंजनगांव सुर्जी/दि.7– अंजनगांव शहर में पहले जलसंकट की स्थिति निर्माण हो रही है, वहीं दूसरी ओर हर दिन लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है. शहर को एक दिन के अंतराल में जलापूर्ति की जाती है. पुराने शहर का हिस्सा छोडकर नए से बसे क्षेत्र में केवल आधे घंटे तक ही जलापूर्ति हो रही है. यहां पर कम दबाव से जलापूर्ति होने से पानी की समस्या का सामना नागरिकों को करना पडता है. केवल सात महीने पूर्व डाली गई पाइप लाइन में पूरी तरह से लीकेज रहने से लाखों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है.
नगरपालिका के नगरोत्थान योजना के कामों की पोल सात महीने में ही खुल गई. इस योजना का काम करने वाले ठेकेदार से अधिकारियों की मिलीभगत है, ऐसा दिखाई देता है. यशनगर, अंबा नगर से गंगोत्री नगर तक पाइप लाइन बिछाने सात से आठ महीने हुए. किंतु यह पाइप लाइन पूरी तरह लीकेज होकर पानी व्यर्थ बह रहा है. टंकी का निर्माणकार्य तथा विस्तारित क्षेत्र में पाइप लाइन बिछाने के कार्य में ठेकेदार ने लापरवाही की है. नए से निर्माण टंकी से शहर में जलापूर्ति करने कोई फायदा नहीं हो रहा. कई क्षेत्र में पानी के लिए हाहाकार मचा है. इस टंकी की उंचाई कम होने से जलसंग्रह 25 लाख लीटर का है, किंतु आउटलेट कम चौडा रहने से शहर की पाइप लाइन को बडे दबाव से पानी नहीं मिलता. जिसके कारण कई क्षेत्र में कृत्रिम जलसंकट का सामना करना पड रहा है. ठेकेदार ने शहर के विस्तारित क्षेत्र में पूर्वनगर, यश नगर से गंगोत्री नगर में डाली गई पाइप लाइन को 6 महीने में जगह-जगह लीकेज हुए है. हर दो दिन के बाद होन वाली जलापूर्ति में लाखों लीटर पानी की बर्बादी हो रही है.
कार्रवाई की जाएगी
ठेकेदार का बिल बकाया है. लीकेज की जल्द ही दुरुस्ती करने के लिए ठेकेदार को सूचित किया जाएगा. दुरुस्ती न करने पर ठेकेदार के खिलाफ प्रशासकीय कार्रवाई की जाएगी.
-प्रतीक वाटाणे, जलापूर्ति निरीक्षक,
अंजनगांव पालिका
नप द्वारा कार्रवाई अपेक्षित
काम करवाने की जिम्मेदारी नगर परिषद के जलापूर्ति विभाग की है, जीवन प्राधिकरण की नहीं. नप द्वारा उनपर कार्रवाई होना अपेक्षित है.
-विजय शेंडे, अभियंता
जीवन प्राधिकारण
बिल बकाया, काम बंद
पिछले सालभर से नगरपालिका के पास हमारे बिल लंबित है. इसलिए हमने शेष काम बंद किया. बिल अदा होते ही काम शुरु किया जाएगा.
-निखिल पोराटे, प्रतिनिधि,
सनराइज कंपनी