* 9 मार्च को लोकसभा सचिवालय में लगानी होगी हाजरी
अमरावती/दि.2– जिले की सांसद नवनीत राणा की शिकायत पर अमरावती की पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह, तत्कालीन पुलिस उपायुक्त शशीकांत सातव तथा मुंबई पुलिस के आयुक्त को लोकसभा सचिवालय में आगामी 9 मार्च को हाजीर रहने की नोटीस जारी की गई है. सांसद नवनीत राणा ने अपनी शिकायत में कहा कि, 15 नवंबर 2020 को उन्हें तथा उनके पति व विधायक रवि राणा को पुलिस द्वारा अपने कब्जे में लेकर जबरन पुलिस के वाहन में बिठाया गया था तथा मुंबई जाने से रोकते हुए उनके साथ पुलिस द्वारा अपशब्दों का प्रयोग किया गया था. इस शिकायत के आधार पर लोकसभा सचिवालय द्वारा संबंधित अधिकारियों पर आगामी 9 मार्च को अपने समक्ष उपस्थित रहने हेतु कहा गया है.
पूरे मामले को लेकर प्राप्त जानकारी के मुताबिक वर्ष 2020 में अमरावती जिले में जबर्दस्त बारिश की वजह से खेती-किसानी का काफी नुकसान हुआ था. ऐसे में किसानों को 50 हजार रूपये प्रति एकड की नुकसान भरपाई देने के साथ ही विद्युत बिल में 50 फीसद छूट देने के लिए विधायक रवि राणा ने 13 नवंबर 2020 को सैंकडों किसानों के साथ अमरावती-नागपुर महामार्ग पर मोझरी में 2 घंटे तक रास्ता रोको आंदोलन किया. इस समय तिवसा में सडक के बीचोंबीच रखकर टायर जलाये गये और आंदोलन कुछ हद तक हिंसक हो गया. पश्चात खुद तिवसा पुलिस द्वारा विधायक रवि राणा सहित 18 किसानों को गिरफ्तार किया गया और अदालत ने उन्हें 20 नवंबर 2020 तक न्यायिक हिरासत में रखे जाने का आदेश दिया. जिसके चलते विधायक रवि राणा सहित सभी आंदोलनकारियों की दीपावली जेल में ही बीती. वहीं 14 नवंबर 2020 को दीपावलीवाले दिन सांसद नवनीत राणा ने जेल परिसर के बाहर महिलाओं को साथ लेकर ठिय्या आंदोलन किया था. पश्चात 15 नवंबर को राणा दम्पत्ति किसानों को साथ लेकर मुंबई स्थित सीएम उध्दव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ बंगले पर जाकर निवेदन देनेवाले थे. लेकिन पुलिस ने इससे पहले ही 14 नवंबर की शाम सांसद नवनीत राणा को उनके घर से अपने कब्जे में ले लिया था और उन्हें पुलिस आयुक्त कार्यालय में लाया गया था. उसी समय सांसद नवनीत राणा ने जमकर संतप्त होते हुए कहा था कि, वे इस कार्रवाई में लिप्त सभी पुलिस अधिकारियों को संसद में बुलवायेंगी और उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करवायेंगी. जिसके बाद सांसद नवनीत राणा ने 12 जनवरी 2021 को इस पूरे मामले की शिकायत लोकसभा अध्यक्ष से की. इस शिकायत पर सांसद नवनीत राणा के अलावा अन्य चार सांसदों के भी हस्ताक्षर है. इस शिकायत को बेहद गंभीरता से लेते हुए 24 फरवरी 2022 को लोकसभा सचिवालय के उपसचिव द्वारा अमरावती की पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह, तत्कालीन पुलिस उपायुक्त शशीकांत सातव तथा मुंबई के पुलिस आयुक्त को आगामी 9 मार्च को लोकसभा सचिवालय में उपस्थित रहने हेतु कहा गया है. ऐसे में अब सभी की निगाहें इस ओर लगी हुई है कि, आगामी 9 मार्च को इन सभी अधिकारियोें को लोकसभा सचिवालय में क्या कहा जाता है और उनके खिलाफ कौनसी कार्रवाई प्रस्तावित की जाती है.