पांचवें दिन भडक गये पांढरी खानमपुरवासी
संभागीय आयुक्तालय के समक्ष किया तीव्र व उग्र प्रदर्शन
* मामला हल होने तक टस से मस नहीं होने की अपनाई भूमिका
अमरावती/दि.11– अंजनगांव सुर्जी तहसील अंतर्गत पांढरी खानमपुर गांव की मुख्य सडक प्रवेशद्वार का निर्माण कर उक्त प्रवेशद्वार को डॉ. बाबासाहब आंबेडकर का नाम दिये जाने की मांग को लेकर पांढरी खानमपुर गांव से पैदल मार्च निकालकर अमरावती पहुंचे आंबेडकरी समूदाय के लोग आज पांचवें दिन कुछ हद तक भडक गये और उन्होंने संभागीय आयुक्तालय के समक्ष उग्र तरीके से आंदोलन करते हुए अपनी मांग पूरी होेने तक अपने गांव वापिस नहीं जाने की घोषणा भी की. इस समय पांढरी खानमपुर गांव के आंबेडकरी समूदाय की ओर से 10 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने संभागीय आयुक्त से मिलते हुए उन्हें अपनी मांगों का ज्ञापन भी सौंपा. वहीं इस दौरान आयुक्तालय के सामने उपस्थित पांढरी खानमपुर गांव के आंबेडकरी समाज के लोग जमकर सरकार एवं प्रशासन विरोधी नारेबाजी करते रहे.
बता दें कि, पांढरी खानमपुर गांव की मुख्य सडक पर प्रवेशद्वार का निर्माण करने एवं उसे डॉ. बाबासाहब आंबेडकर का नाम देने के मामले को लेकर गांव में रहने वाले आंबेडकरी समाज एवं अन्य सामज के लोग आमने-सामने आ गये है तथा गांव में वातावरण तनावपूर्ण बन गया है. इसी बीच विगत बुधवार की सुबह पांढरी खानमपुर गांव के आंबेडकरी समाज ने गांव में खुद का सामाजिक बहिष्कार होते रहने का आरोप लगाते हुए गांव से सामूहिक पलायन कर लिया था और गांव में रहने वाले करीब 1200 से 1300 आंबेडकरी समाजबंधु पैदल चलते हुए पांढरी खानमपुर से अमरावती तक चले आये थे. साथ ही उन्होंने समस्या का समाधान नहीं होने पर पैदल ही मुंबई निकल जाने की चेतावनी भी दी थी. विगत गुरुवार को दोपहर बाद अमरावती पहुंचा. पांढरी खानमपुर गांववासियों ने गुरुवार दोपहरबाद इर्विन चौराहे से जिलाधीश कार्यालय तक मोर्चा निकाला और तब से पांढरी खानमपुर गांववासियों का जिलाधीश कार्यालय परिसर में ही डेरा लगा हुआ था. वहीं आज सुबह पांढरी खानमपुर गांववासियों ने अपना मोर्चा जिलाधीश कार्यालय से संभागीय आयुक्त कार्यालय की ओर मोडा तथा संभागीय आयुक्त कार्यालय पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया.