पहले दिन प्रशासन से चर्चा हुई और दूसरे दिन बगैर सूचना के झोपडियां की जमींदोज
सिटीलैंड मार्केट के पास के बेघर हुए नागरिकों ने जिलाधिकारी को सुनाई अपनी व्यथा
* न्याय दिलाने की मांग की
अमरावती/दि.8– स्थानीय वाडकी ग्राम पंचायत में आनेवाले सिटीलैंड व्यापारी संकुल के पास ई-क्लास जमीन पर झोपडियां बनाकर रहनेवाले नागरिकों के साथ पहले दिन जिला प्रशासन द्वारा आमंत्रित कर गहन चर्चा के बाद सभी बेघर नागरिकों को आवश्यक सुविधा देने का आश्वासन देने के बाद दूसरे दिन बगैर सूचना के क्षेत्र के सभी नागरिकों की झोपडियां जमींदोज कर दी गई. इन सभी को न्याय दिलाने की मांग को लेकर आज वंचित बहुजन युवा आघाडी के शहराध्यक्ष सुरेश तायडे व महासचिव राष्ट्रपाल वानखडे के नेतृत्व में बेघर हुए नागरिकों ने जिलाधिकारी सौरभ कटियार को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में कहा गया है कि सभी बेघर नागरिकों ने आवास की मांग को लेकर इसके पूर्व अनेक बार ज्ञापन सौंपा. शासकीय भूखंड पर घरकुल मिलने अथवा रहने के लिए जगह उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया. 23 जून 2023 को अमरावती तहसीलदार के पास इस संबंध प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया था. पश्चात 1 अगस्त को जिलाधिकारी के पास सिटीलैंड के पास की ई-क्लास जगह की मांग की गई. विभागीय आयुक्त को 25 अक्तूबर को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा.इस कारण दूसरे दिन 26 अक्तूबर को तहसीलदार ने सभी को बुलाकर खाली ई-क्लास जमीन के भूखंड के नक्शा दिया. लेकिन अनेक बार गुहार लगाने के बाद भी कोई उपाययोजना न किए जाने से बेघर नागरिकों ने संबंधित भूखंड पर अस्थायी टीन, ताडपत्री व अन्य साहित्य से झोपडियां खडी कर रहना शुरू किया.
1 नवंबर को नांदगांव पेठ पुलिस ने जिलाधिकारी कार्यालय में चर्चा के लिए बुलाया रहने की जानकारी दी. सभी लोग बडी आशा से जिलाधीश कार्यालय पहुंचे. बैठक में गहन चर्चा कर जिला प्रशासन द्वारा सभी को आवश्यक सुविधा उपलब्ध कर देने का आश्वासन दिया. लेकिन दूसरे ही दिन 2 नवंबर को सुबह 5 से 11 बजे के दौरान अमरावती के तहसीलदार, नांदगांव पेठ के थानेदार, संबंधित विभाग के बीडीओ व अन्य प्रशासकीय कर्मचारी, एसआरपीएफ जवान तथा पुलिस फोर्स की मौजूदगी में किसी भी तरह की पूर्व सूचना देते हुए दहशत का वातावरण निर्माण कर 400 नागरिकों के अस्थायी स्वरुप की जगह के आवास जमींदोज कर दिए गए और सभी साहित्य जब्त कर लिया गया. ऐसा कृत्य करने वालो पर कडी कार्रवाई करने और संबंधितो को नुकसान भरपाई देने की मांग ज्ञापन में की गई है. मांग पूर्ण न होने पर इन नागरिकों ने शासकीय कार्यालय में डेरा जमाने की चेतावनी दी है. ज्ञापन सौंपने वालो में राष्ट्रपाल वानखडे, प्रकाश खरुले, राज राउत, मिराज बाजी, सागर पाचोडे, अंकुश सोलंके, सिद्धार्थ दामोधरे समेत सैंकडो नागरिकों का समावेश था.