पहले सावन सोमवार को शिवलिंग पर अर्पित की चावल की शिवामूठ
शिवालयों में मंत्रोच्चारण के गूंजे स्वर
* सुबह से ही श्रद्धालुओं का लगा रहा तांता
अमरावती/दि.23– हिंदी भाषियों का सावन माह सोमवार से आरंभ हुआ. माह के पहले दिन शिवालयों में भक्तों की भीड उमड पडी थी. पहले सोमवार को भक्तों ने शिव स्वरुप शिवलिंग पर चावल की शिवामूठ अर्पित की.
सावन माह में भोलेनाथ विश्व के पालनहार की भूमिका निभाते है. क्योंकि, इस समय देवशयनी एकादशी से भगवान विष्णू अगले 4 माह तक विश्राम करते है, ऐसी मान्यता है. सावन माह में मानसून की वर्षा से सर्वत्र हरियाली छाई रहती है. इसलिए इस माह का विशेष महत्व होता है. सावन माह का सोमवार अत्यंत महत्वपूर्ण है. इस दिन भगवान शिव की मनोभाव आराधना करने पर फल प्राप्ति होती है, ऐसी मान्यता है. यही कारण है कि, सावन माह के सोमवार को भगवान शिव की आराधना करने के साथ उन्हें बेलपत्र और शिवामूठ चढाने की परंपरा है. इससे केवल भगवान शिव ही नहीं, माता पार्वती भी प्रसन्न होती है. इसी परंपरा का पालन करते हुए शिवभक्तों ने सोमवार को शिवालयों में जाकर शिव स्वरुप भोलेनाथ के शिवलिंग पर शिवामूठ और बेलपत्र के साथ पंचामृत से उनका अभिषेक किया. सुबह से ही शिवालयों में मंत्रच्चारण के बीच भक्तों ने भोलेनाथ का श्रृंगार, आरती की. दिनभर शिव नाम का जाप कर भक्तों में प्रसादी का वितरण किया. कई स्थानों पर परंपरागत रुप से सामूहिक पूजन किया गया. जिसमें बडी संख्या में शिवभक्त शामिल हुए. हिंदी भाषियों का सावन माह पूर्णिमा से आरंभ होता है. इस कारण हिंदी भाषी ही पूजा-अर्चना करते नजर आए. मराठी भाषियों का सावन माह 15 दिन बाद आरंभ हो रहा है. ऐसे में आगामी डेढ माह तक शिवालयों में शिवलिंग की आकर्षक रुप से सजावट करने के साथ ही भक्तों की दर्शन हेतु भीड लगेगी.