अमरावती

विश्व बाल मजदूर विरोध दिन निमित्त

हव्याप्र चाइल्ड लाइन द्वारा रैली का आयोजन

अमरावती/दि.13-14 से 18 वर्ष की आयु तक के बच्चे अपने व अपने परिवार की आजीविका के लिए मजदूरी करते हैं, वे बाल मजदूर कहलाते हैं. जिस उम्र में सीखना, खेलना आवश्यक होता है, उस उम्र में बर्तन साफ करना, कपड़े धोना, ईंट उठाने, पत्थर तोड़ने जैसे कई काम बच्चों को करना पड़ता है. समाज को इस सवालों से अवगत कराने के माध्यम से 12 जून को संपूर्ण देश में बाल मजदूर विरोधी दिवस के रुप में मनाया जाता है. इस अवसर पर कामगार उपायुक्त कार्यालय, जिला बाल संरक्षण कक्ष, हव्याप्र मंडल की चाईल्ड लाईन के संयुक्त तत्वावधान में विश्व बाल मजदूर विरोध दिन मनाया गया. इस समय हव्याप्र मंडल की सचिव डॉ. माधुरी चेंडके द्वारा रिबिन काटकर रैली की शुरुआत हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल से गांधी चौक, जवाहर गेट, श्याम चौक से राजकमल चौक तक आयोजित की गई.
इस समय बाल मजदूरी के खिलाफ नारे, तख्तियां, बैनर आदि के साथ ही बच्चों को रोजगार देने के खतरों के बारे में विश्व- बोलने वाली गुड़ियों के बीच जागरुकता पैदा करने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम बालश्रम, गुड टच और बैड टच, सुरक्षित बचपन, बाल अधिकार और उनके अधिकारों पर आधारित नाटक पर आधारित था.
इस अवसर पर जिलाधिकारी पवनीत कौर व हव्याप्र मंडल के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य, सचिव प्रा. डॉ. माधुरी चेंडके, चाइल्ड लाइन के निदेशक डॉ. नितीन काले, उप निदेशक प्रा. प्रशांत गुलाक्षे ने मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम का आयोजन कामगार उपायुक्त नितीन पठानकर,सहा. कामगार अधिकारी प्रशांत महल्ले,आर.काले, महिला व बाल विकास अधिकारी डॉ. उमेश टेकाडे ने किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में समाजसेवी डॉ. गोविंद कासट, मोहनलाल आहूजा, बाल कल्याण समिति सदस्य अंजलि गुलाक्षे,सहायक पुलिस निरीक्षक राजेन्द्र गुलाटकर उपस्थित थे.
कार्यक्रम की सफलतार्थ कार्यवाहक जिला बाल संरक्षण अधिकारी अजय दबले, मनीषा फुलारी, कीर्ति सगने, नम्रता कडू, चाइल्ड लाइन टीम समन्वयक अमित कपूर, काउंसलर सपना गजभिये, टीम सदस्य मीरा राजगुरे, पंकज शिंगारे, सरिता राऊत, अजय देशमुख, शंकर वाघमारे, ऋषभ मुंडे, अभिजीत ठाकरे, अंगनवाड़ी कार्यकर्ता अर्चना पाटिल, माधुरी भानंग ने परिश्रम किया.

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