गुरुपौर्णिमा अवसर पर गुरुमाऊली के चरणों में नतमस्तक हुए गुरुदेव भक्त
राष्ट्रसंत की महासमाधि को विविध फूलों से सजाया
* सामूहिक ध्यान सहित विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम संपन्न
गुरुकुंज मोझरी/दि.22–राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज ने दी गुरुबाणी का अनुभव करने के लिए गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर गुरुमाऊली राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के चरणों में नतमस्तक होने के लिए हजाराेंं भक्तों ने गुरुकुंज में गुरुदरबार में हाजिरी लगाई. सुबह से ही गुरुदेव सेवा मंडल के सर्वाधिकारी लक्ष्मण गमे के हाथों महासमाधि का पूजन कर सामूहिक ध्यान से गुरुपूर्णिमा की शुरुआत हुई. इस अवसर पर प्रचार प्रमुख प्रकाश वाघ का कीर्तन हुआ. गुरु बनाना नहीं पडता, वह मिलता है. गुरु को कोई नहीं बनाता अपितु गुरु को देखकर अपने निश्चय और लक्ष्य का स्मरण हमें होता है और लक्ष्य पूर्ति के लिए गुरु की मदद मिलती है, किंतु कुछ भी न करके गुरुदेव ही सभी करते है अथवा करवाते है, ऐसी धारणा रखना गलत है, यह गुरुमंत्र महाराज ने अपने साहित्य से दिया है. गुरुपूर्णिमा के दिन गुरुदेव भक्त सुबह से ही गुरुकुंज मोझरी में दाखिल हुए थे. राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की महासमाधि के दर्शन लेने के लिए भक्तों ने भीड की थी. प्रात: से सामूहिक ध्यान कार्यक्रम शुरु हुआ. सामूहिक ध्यान के लिए संत नगरी में भीड उमडी थी. राष्ट्रसंत की समाधि को विविध सुगंधी फूलों से सजाया गया था. गुरुपौर्णिमा उत्सव निमित्त भक्तों की भीड को देखते हुए अखिल भारतीय श्री गुरूदेव सेवा मंडल की ओर से इस संपूर्ण कार्यक्रम का नियोजन किया गया. इस अवसर पर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम संपन्न हुए. सामूहिक प्रार्थना से महोत्सव का समापन हुआ. इस अवसर पर अखिल भारतीय श्रीगुरुदेव सेवा मंडल की अध्यक्षा पुष्पा बोंडे, महासचिव जनार्दन बोथे, उपसर्वाधिकारी दामोदर पाटील समेत सेवा मंडल के सभी कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे.