अमरावती

नवरात्रौत्सव पर भाविकों को माता रानी के दर्शन हो रहे दुर्लभ

महाकाली मंदिर, तुलजा भवानी मंदिर में देवी भक्त खिडकी से कर रहे दर्शन

परतवाडा प्रतिनिधि/दि.२२ – कोरोना महामारी के प्रादुर्भाव के चलते पिछले सात महीनों से सार्वजनिक उपक्रम व धार्मिक स्थल तथा मंदिर बंद कर दिए गए थे. जिसमें शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार धीरे-धीरे पाबंदियां हटायी जा रही है. किंतु मंदिर व धार्मिक स्थल अभी भी बंद है. भक्त और भगवान के बीच राज्य सरकार के निर्देश दीवार बनकर खडे है. शहर में नवरात्रौत्सव श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है. किंतु नवरात्रौत्सव के दौरान भी शहर के देवी मंदिर बंद है. जिसमें अब भाविक भक्तों को चैनलगेट से माता रानी के दिदार कर लौटना पड रहा है.
शहर में देवी भक्तों का आस्था केंद्र वाघामाता मंदिर, कालिमाता मंदिर, तुलजा भवानी मंदिर के कपाट भी बंद है. नवरात्रौत्सव के दौरान इन मंदिरों में देवी भक्तों का तांता लगा रहता है. आस-पास के ग्रामीण परिसर से भी हजारों की संख्या में भाविक दर्शन करने के लिए यहां आते है. किंतु कोरोना महामारी के चलते इन्हें देवी दर्शन करना दुर्लभ हो रहा है. भाविक भक्तों दरवाजे से ही नतमस्तक होकर चले जा रहे है. शहर में स्थित कालीमाता मंदिर के प्रागंण में हर साल नवरात्रौत्सव श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है और यहां पर महायज्ञ का आयोजन भी होता है. किंतु इस साल महायज्ञ स्थगित कर दिया गया है.
काली माता मंदिर में अष्टमी के दिन पुजारी दयाशंकर तिवारी के करकमलों द्वारा पूर्णाआहुती दी जाएगी. उसी प्रकार संतोषनगर स्थित तुलजा भवानी मंदिर संस्थान में देवी भक्तों को उचित दूरी बनाए रख दर्शन करने दिए जा रहे है. मंदिर संस्थान आयोजन समिति द्वारा शासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है. मंदिर संस्थान के अध्यक्ष प्रमोद डेरे ने बताया कि नवरात्र के पावन पर्व पर आने वाले भक्तों को रोकना मुश्किल है. वे बाहर से ही दर्शन कर लौट रहे है. जल्द ही प्रतिबंध की शर्त शिथिल करने की बात भी डेरे ने की.

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