मां जीजाउ के आदेश पर शिवाजी महाराज ने अंधश्रध्दा पर किया पहला प्रहार
प्रा. प्रवीण देशमुख का प्रतिपादन

चांदुर बाजार/दि.17– शापित मानी जानेवाली जमीन मां जीजाउ के आदेश से समतल कर छत्रपति शिवाजी महाराज ने पुणे शहर स्थापित कर अंधश्रध्दा पर पहला प्रहार किया. ऐसा प्रतिपादन वक्ता प्रा. प्रवीण देशमुख ने व्यक्त किया. वे स्थानीय स्मशान भूमि में आयोजित ‘लोकजागर स्मशान होलिकोत्सव’ कार्यक्रम में शिवाजी महाराज और महापुरूषों का वैज्ञानिक दृष्टिकोण विषय पर बोल रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि स्थानीय अंधश्रध्दा निर्मूलन समिति का उपक्रम श्रध्दा और अंध श्रध्दा में भेद स्पष्ट करनेवाला है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता भक्तिधाम आध्यात्मिक संस्थान के सचिव सतीश मोहोड ने की तथा प्रमुख अतिथि के रूप में प्रहार जनशक्ति पार्टी अध्यक्ष संतोष किटुकले, कांग्रेस अध्यक्ष किशोर दहीकर उपस्थित थे. कार्यक्रम के प्रास्ताविक में तहसील संगठक ज्ञानेश्वर डवरे ने मार्गदर्शन किया. वहीं संचालन वैदही गजानन कडू ने किया. कार्यक्रम के दौरान महानुभाव संप्रदाय के सुभाष घोरमाडे का स्मशान भूमि में जन्म दिन मनाया गया.
कार्यक्रम को सफल बनाने विनोद कोरडे, पंकज आवारे, प्रमोद ठाकरे, नितिन देशमुख, सुनील पापलकर, सुनील आकोलकर, संजय पाटिल, संतोष कोठाले, नीेलेश चारथल, संजय राउत, प्रभाकर खोपे, मंगेश चौधरी, संजय गुजरकर, आर. के. देशमुख, गजानन कडू, नंदकिशोर रोकडे, प्रकाश भालेराव, नीलेश कडू, प्रमोद राउत, सुरेंद्र पवार, सुनील तायडे, दीपक महल्ले, प्रा. गजानन देशमुख, धीरज राणे, उदय देशमुख, संजय बागडे, प्रशांत म्हस्के, सुभाष पटवर्धन, गजानन ठाकरे, राजेंद्र सोनवणे, प्रा. प्रशांत देवतले, राजेश लेंडे, रवि कोंडे, प्रदीप कोल्हे, सुरेन्द्र खाजोने, संजय देशमुख ने प्रयास किए.