अमरावती प्रतिनिधि/दि. ३ – कोविड-१९ के संक्रमण के विरोध में लडऩे के लिए मनपा ने जिला आपदा प्रबंधन समिति से डेढ़ करोड़ रूपये की मांग की है. आयसोलेशन केन्द्र सहित मरीजों को मुहैया कराने हेतु यह मांग की गई है. अब तक केवल २१ लाख रूपये का सहयोग मनपा को मिला है. फिलहाल आयसोलेशन कक्ष में केवल ६ मरीज है. बीते ४ महिने पहले २४ मार्च से कोरोना संक्रमण की पृष्ठभूमि पर लॉकडाऊन घोषित होने के बाद शहर के कोरोना बाधित मरीजों की सुविधा के लिए जिम्मेदारी मनपा को सौंपी गई है. इसलिए क्वारेंटाइन सेंटर सहित पॉजिटीव पाए जानेवाले मरीजों की अस्पताल की सुविधा भी मनपा को मिली है. लॉकडाऊन में मरीजों सहित निराधारों के भोजन की सुविधा हेतु कम्युनिटी किचन भी शुरू किया गया है. शहर में १५ क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गये है. कंटेनमेन जोन में बैरिकेट्स लगाना, सैनिटायजेशन व साफ सफाई करने का बीड़ा भी मनपा को उठाना पड़ रहा है. शुरूआती दौर में मनपा की ओर से सभी सुविधाओं व व्यवस्थाओं पर बड़े पैमाने पर खर्च करना पड़ा. बीते १ जून को पहले अनलॉक के बाद से क्वारेंटाईन व कंटेनमेेंट जोन की परिभाषा बदल गई और इसके बाद होम आयसोलेशन लागू किया गया. जिससे खर्च में भी काफी कटौती हुई है. हालाकि मरीजों की टेस्ट, उनको अस्पताल व क्वारेंटाईन सेंटर से लाना जानाक करना, भोजन का प्रावधान करना इन पर खर्चा अभी भी चल रहा है. हाल की घड़ी में १५में से शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र के एक ही केन्द्र में ७ मरीज क्वारेंटाईन है. मनपा ने इस प्रणाली पर किए गये खर्च के चलते जिला आपदा प्रबंधन समिति ने २१ लाख रूपये मनपा को दिए है. उसके बाद भी बढ़ते खर्च को देखते हुए डेढ़ करोड़ रूपये की डिमांड की गई है. इस संबंध में सूचना उपायुक्त सुरेश पाटिल ने जिलाधिकारी को पत्र भी भेजा है.