अमरावती/दि.30 – कोविड वायरस के ओमिक्रॉन वेरियंट के संक्रमण की वजह से आनेवाली कोविड संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से किशोरवयीन बच्चों व युवाओं का बचाव हो, इस बात के मद्देनजर सरकार द्वारा 15 से 18 वर्ष आयुगुट के किशोरवयीनों का टीकाकरण कराये जाने का निर्णय लिया गया है. इसके तहत अमरावती जिले के 155 केंद्रों पर 1 लाख 49 हजार 956 किशोरवयीन लाभार्थियों का टीकाकरण किया जायेगा. इस हेतु को-वैक्सीन के प्रतिबंधात्मक टीके को प्रयोग में लाया जायेगा. ऐसी जानकारी अतिरिक्त स्वास्थ्य संचालक द्वारा गतरोज दी गई.
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों ओमिक्रॉन वेरियंट की वजह से कोविड संक्रमण का खतरा काफी अधिक बढ गया है. जिसे कम आयुवर्ग वाले लोगों के लिए काफी हद तक खतरनाक भी बताया जा रहा है. इसके मद्देनजर अब 18 वर्ष से कम आयुवर्ग के नागरिकों हेतु टीकाकरण अभियान चलाया जायेगा. इसके तहत वर्ष 2007 व उससे पहले जन्मे बच्चों को टीकाकरण के लिए पात्र माना जायेगा. इन किशोरवयीन लाभार्थियोें को कोविन सिस्टीम में अपने खुद के मोबाईल नंबर के जरिये अपना पंजीयन कराना होगा. यह सुविधा 1 जनवरी से शुरू होगी. इसके साथ ही टीकाकरण केंद्रों पर भी ऑनलाईन पंजीयन किया जा सकेगा. जिसके लिए स्वतंत्र टीकाकरण केंद्र तय करने के निर्देश जारी किये गये है. किंतु फिलहाल स्वास्थ्य महकमे के पास मनुष्यबल का काफी अभाव है. ऐसे में फिलहाल कार्यरत टीकाकरण केंद्रों पर ही यह सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. ऐसी जानकारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले द्वारा दी गई है. उन्होंने बताया कि, सरकारी निर्देशानुसार टीकाकरण केंद्रों में आवश्यक बदलाव किये जायेंगे और इन केंद्रों पर 15 से 18 वर्ष आयुवाले लाभार्थियोें के लिए स्वतंत्र कतारें लगायी जायेगी.
39 सप्ताह के बाद बुजुर्गों को बुस्टर डोज
60 वर्ष से अधिक आयुवाले वरिष्ठ नागरिकोें को डॉक्टरों की सलाह के बाद 10 जनवरी से बुस्टर यानी प्रिकॉशन डोज दिया जायेगा. यह डोज लेने के लिए टीके का दूसरा डोज लगवाने के बाद 9 महिने अथवा 39 सप्ताह का समय पूर्ण होना बेहद जरूरी है. इस हेतु डॉक्टरों का प्रमाणपत्र टीकाकरण केंद्र पर दिखाने की कोई जरूरत नहीं है. सरकारी अस्पतालों में यह टीका पूरी तरह नि:शुल्क तौर पर उपलब्ध रहेगा. वहीं निजी टीकाकरण केेंद्रों पर इस हेतु आवश्यक शुल्क अदा करना होगा.
स्वास्थ्य कर्मियों सहित फ्रंटलाईन वर्करों को भी बूस्टर डोज
कोविड के खिलाफ चल रही लडाई में सबसे आगे रहनेवाले हेल्थकेयर वर्करों एवं फ्र्रंटलाईना वर्करों को 10 जनवरी से बूस्टर डोज दिया जायेगा. इन लोगों के लिए भी दूसरे डोज के पश्चात नौ माह अथवा 39 सप्ताह का समय पूर्ण होने की शर्त जरूरी रहेगी. किंतु इन लाभार्थियों को नौकरी से संबंधित प्रमाणपत्र पेश करना होगा तथा यह टीकाकरण केवल सरकारी केंद्रों पर ही किया जा सकेगा.